क्या सत्ता का लालच नेता जी से करवा रही समाजसेवी का कार्य
गरीबो की मदद करने वाले समाज सेवी को क्यों पड़ी एक पंचायत से नाम कटवा कर दूसरे पंचायत में फर्जी नाम जोड़वाने की जरूरत जो आंखों के सामने सत्ता के लालच में आकर फर्जी नाम जोड़वा सकता हैं उसको दिल कितना साफ है ये सोचने का विषय है रही बात पूर्व सरपंच की जिसे कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा बदनाम करने की कोशिश की जा रही हैं सरई की जनता ही जानती हैं सरई के लिये क्या काम किये हैं जिसका परिणाम है कि सरई पंचायत में जनता का आशिर्वाद पिछले 35 वर्ष से मिल रहा है जनता उनकोअपना प्रतिनिधि चुन रही हैं
अपने आप को समाजसेवी एवं सरपंच घोघरा का पति बताने वाला निकला420
पंचायती चुनाव को देखते हुए जोड़वा रहे बोटर लिस्ट में फर्जी दस्तावेज के आधार पर नाम
प्रेम सिंह भाटी का वोटर लिस्ट से नाम कटवाने की शिकायत के बाद से आज का नई कहानी
जहां नहीं जानते लोग बरसों से कि रहता है इस घर में शिकायत के बाद अचानक से लेकर आया डेरा बिस्तर
इस बात सुनकर जनता के मन में भारी आक्रोश और असंतोष हो रही पैदा कहीं ऐसा समय ना जाए ना घर का ना तो घाट का रह जाए डेरा बिस्तर ढोते रह जाये