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अवैध निर्माण रोकने गई सुरक्षा विभाग ने की खानापूर्ति

भवन बनकर हुआ तैयार सुरक्षा विभाग बनी तमाशबीन

SINGRAULI NEWS : नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड Northern Coalfield Limited की एनसीएल जयंत परियोजना के खाली पड़ी भूमि पर अतिक्रमणकारियों का बोलबाला देखा जा रहा है। आरोप है कि एनसीएल के सुरक्षा अधिकारियों की सांठगांठ पर व्यापक पैमाने पर अतिक्रमणकारी एनसीएल की जमीनों पर कब्जा किए हुए हैं।

एनसीएल NCL की जमीन पर कब्जा किए जाने का सिलसिला लगातार कई वर्षों से जारी है। जिस पर रोक लगाने के लिए एनसीएल प्रबंधक NCL Manager द्वारा बीच-बीच में कार्रवाई कर खानापूर्ति करते भी देखा गया है।

सुरक्षाकर्मियों के द्वारा की गई कार्रवाई के बाद भी निर्माण है जारी

एनसीएल परियोजनाओं की खाली पड़ी जमीनों पर अवैध अतिक्रमण की होड़ सी मची हुई है। बड़े पैमाने पर परियोजना की अतिक्रमण की गई जमीनों की खरीदी बिक्री भी की जा रही है। लगभग जमीन है जहां अतिक्रमण का शिकार हो गई वहीं बची जमीनों पर आए दिन अतिक्रमण हो रहा है।

जिसकी खबर  टीम ने प्रमुखता से दिखाई जिसके बाद हरकत में आई एनसीएल जयंत परियोजना NCL Jayant Project की सुरक्षा विभाग में निर्माण हो रहे स्थल पर जाकर कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्य रोकने का समझाइश दी। परंतु एनसीएल के सुरक्षा विभाग द्वारा की गई कार्रवाई को ताक पर रखकर भू माफिया पुनः निर्माण कार्य जारी कर दिए हैं।

यहां तक कि सूत्र बताते हैं कि सुरक्षा विभाग द्वारा की गई कार्यवाही केवल खानापूर्ति की गई थी। ना तो निर्माण हो रहे मकान को धाराशाही किया गया और ना ही किसी पर कोई कार्रवाई की गई। बल्कि सुरक्षाकर्मी वहां पहुंचकर प्लास्टिक को फाड़ते हुए फोटो खिंचवाई और वहां से चली गई। सुरक्षाकर्मियों के जाते ही फिर से अवैध कब्जा कर रहे भू माफिया अपने कार्य को गति देने लगे।

एनसीएल की सैकड़ों एकड़ जमीन पर अतिक्रमण का बढ़ता ग्राफ देखा जा रहा है। जिसे खाली कराना अब चुनौती सा बन गया है।

एनसीएल परियोजना जयंत कर रहा सौतेला व्यवहार

मजदूर तबके के लोगों के द्वारा एनसीएल की जमीनों पर अपना आशियाना बसा कर गुजर-बसर कर रहे लोगों के ऊपर एनसीएल जयंत परियोजना की सुरक्षा कर्मी लगातार दबाव बनाकर अवैध अतिक्रमण हटाने की बात कर रहे हैं.

तो वही रसूखदारो पर मेहरबानी बरसाया जा रहा है। जिसके कारण रसूखदारों द्वारा एनसीएल की जमीनों पर खुलेआम अवैध अतिक्रमण किया जा रहा। जिसे ना तो एनसीएल प्रबंधक रोक पा रहे हैं और ना ही एनसीएल की संपत्ति की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी।

सत्ता पक्ष के लोग खेल रहे अवैध कब्जे का खेल

फिर बताते हैं कि एनसीएल जयंत परियोजना व दूधिचुआ परियोजनाओं के खाली पड़ी जमीनों पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने ही कब्जा कर कई भवन निर्माण कर रखे हैं।

जिसके कारण एनसीएल परियोजना सरकारी भूमि को खाली कराने में असमर्थ नजर आ रही है। सरकार सरकारी जमीनों से कब्जा खाली कराने की बात कर रही है वहीं सत्तापक्ष लोगों के ही अवैध कब्जे में शामिल होने से सरकार की कथनी और करनी में फर्क नजर आ रहा है।

आरटीओ बैरीयर के बगल में अब भी कब्जा धारियों की मची होड़

एनसीएल जयंत परियोजना क्षेत्र में जयंत चौकी बगल में आरटीओ बैरियर के पास अतिक्रमणकारियों की होड़ सी मची हुई है।

प्लास्टिक को झाड़ियों से कम वह बनाकर अंदर ही अंदर दीवाले खड़ा कर रातों-रात बनाई जा रही मकान वही सामने से गुजर रहे सुरक्षाकर्मियों ने आंखें बंद कर अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण करने का फरमान जारी कर रखी है जिसके कारण के बगल में हो रहे निर्माण कार्य धड़ल्ले से किए जा रहे हैं।

कार्रवाई की जहमत नहीं उठा पा रहा एनसीएल प्रबंधन

एनसीएल भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण करने वाले अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई की बात करें तो एनसीएल प्रबंधन कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठा पा रहा है जिसका फायदा सीधे तौर पर अतिक्रमण करने वाले उठा रहे हैं.

पहले तो एनसीएल की भूमि को घेरा जाता है फिर पर्दा कर दीवार बनाने का काम किया जाता है और फिर सीट डाल कर माकन तैयार कर लिया जाता है। आपको बताते चलें कि एनसीएल की भूमि पर अवैध अतिक्रमण का यह दौर कोई आज का नहीं है विगत कुछ वर्षों में किस तरह से अवैध अतिक्रमण की गतिविधियों ने जोर पकड़ा है वह न केवल एम्पील प्रबंधन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है बल्कि एनसीएल सिक्योरिटी NCL Security को कटघरे में भी खड़ा कर रहा है.

दरअसल कई मामलों में यह भी देखने में आया है कि एनसीएल की भूमि पर अवैध अतिक्रमण की सूचना एनसीएल प्रबंधन सहित सुरक्षा विभाग को उपलब्ध कराने के बाद भी संबंधित मामले में प्रबंधन निष्क्रिय दिखाई पड़ता है उसी का फायदा उठाकर यह बिचौलिए दिन और रात लगातार एनसीएल की भूमि पर अवैध अतिक्रमण करते जा रहे हैं.

जिसका नतीजा यह हुआ है कि आज एनसीएल की सैकड़ों एकड़ भूमि अतिक्रमण की जद में आ चुकी है। एक तरफ जहां एनसीएल की भूमि पर अतिक्रमण करने वाले सिंगरौली क्षेत्र के बाहर के प्रवासी मजदूर हैं वहीं दूसरी तरफ एनसीएल से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी भी इस मामले में पीछे नहीं है एनसीएल के सेवानिवृत्त कर्मचारी भी एनसीएल की भूमि पर अवैध रूप से मकान बनाकर रह रहे हैं।

इनका कहना है

संबंधित मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है इस संबंध इस मामले की पुष्टि करा कर कार्रवाई की जाएगी

एनसीएल एस ओ पी जयंत परियोजना

https://udnews.net/

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