SINGRAULI NEWS : वैसे तो हिंदू सभ्यता में शिक्षक को ईश्वर का दर्जा प्राप्त है परंतु सिंगरौली जिले से जिस तरह से वह तस्वीर से निकल कर सामने आए हैं.
वह शिक्षा क्षेत्र में कार्य करने वाले शिक्षकों को शर्मसार करने वाला मामला बताया जा रहा है दरशल सिंगरौली जिले में दो अलग-अलग स्थान में छात्रों के साथ हुए बर्बरता के मामले में अब शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लगे शिक्षकों की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।
एक मामले में इतिहास में प्राचार्य छात्र की गणवेश को लेकर आग बबूला हो गए जिसमें छात्र की बेरहमी से पिटाई कर दी तो वहीं दूसरे मामले पर एक छात्र के द्वारा फांसी के फंदे में झूल कर अपनी लीला समाप्त कर दी जिस पर परिजनों का आरोप है कि संबंधित मामले में शिक्षक के द्वारा लगातार छात्र को प्रताड़ित किया जा रहा था जिससे तंग आकर छात्र ने आत्मघाती कदम उठा लिया।
गणवेश के बारे में जानकारी प्राप्त करना छात्र के लिए बना काल
कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले शासकीय हाई स्कूल गोभा में मानवता को शर्मसार कर देने वाली बड़ी खबर सामने आयी है प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्र मनोज कुमार पाल ने ड्रेस को लेकर अपने मित्रों से पूछा कि गुरु जी प्रचार्य संतोस कुमार मिश्रा ने जो ड्रेस हम लोगों के लिए आया था वह दे रहे हैं क्या आप लोगों ने पाया। इतनी बात सुनकर उनके दोस्तों ने शिक्षक से ड्रेस के बारे में पूछने चले गए तभी वहां के शिक्षक ने पूछा कि कौन बताया तो उन्होंने बताया कि हमारे दोस्त मनोज ने बताया इतने में ही शिक्षक आग बबूला होकर उस बच्चे को पिटना शुरू कर दिये कि तुम क्यों बताएं कि तुम्हें ड्रेस मिल गया है।
छात्र मनोज कुमार पाल से मार पीट की वजह से चोटे आयी है जिला चिकित्सालय ट्रामा सेंटर में पीड़ित छात्र को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जहां पर पीड़ित छात्र का इलाज जारी है। वह इस पूरे मामले के सामने आने के बाद से हरकत में आए प्रशासनिक अमले ने संबंधित मामले की सूचना पुलिस को दी एवं पुलिस ने संबंधित मामले पर प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला विवेचना में ले लिया है।
फांसी के फंदे पर झूला छात्र परिजनों ने लगाया शिक्षक पर प्रताड़ना का आरोप
23 जुलाई दिन रविवार को बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत एक छात्र के द्वारा फांसी के फंदे पर झूल कर अपनी लीला समाप्त करने का मामला प्रकाश में आया है इस पूरे मामले पर परिजनों के द्वारा शिक्षक पर प्रताड़ना का आरोप है हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है जहां पर शिक्षकों पर प्रताड़ना का आरोप लगा है.
इसके पूर्व भी कई बार शिक्षको द्वारा छात्रो का पीटने का मामला प्रकाश में आ चुका है।सिंगरौली जिले के हाई स्कूल करेला के 12 के छात्र गोपीचन्द्र यादव पिता राधेश्याम यादव उम्र 18 वर्ष निवासी पिपरा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उक्त मामले मे मृतक छात्र की मां का आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षक के द्वारा लगातार दावत देने को लेकर दबाव डाला जा रहा था ।
शिक्षक पर आरोप लगाते हुए मृतक की मां ने बताया शिक्षक ने कहा कि हम तुम्हें 12वीं क्लास में पास कराये है और तुम हमें दावत पर बकरा खिलाओगे। ऐसे ही लगातार कई दिनों तक बातें चलती रहीं। वहीं सरपंच पर भी मां ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरपंच ने इधर की उधर बात को बढ़ा चढ़ाकर झूठ बोलकर शिक्षक से बताना शुरू किया।
जिस वजह से शिक्षक अभद्र भाषा का भी प्रयोग करने लगा था। जिस वजह से बच्चा हमारा इन सभी बातों को नहीं झेल पाया जिससे तंग आकर छात्र ने आत्महत्या कर लिया। छात्र के शव को पोस्टमॉडम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया,हालाकि जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा की छात्र ने आत्महत्या क्यो की। हालांकि मामला सामने आने के बाद से पुलिस हरकत में आ गई है एवं संबंधित मामले की जांच शुरू कर दी है।
उपरोक्त दोनों मामले सामने आने के बाद से एक तरफ जहां शिक्षक की कार्य में लगे शिक्षकों की कार्यशैली पर लोगों ने सवालिया निशान खड़े करने शुरू कर दिए हैं वहीं दूसरी तरफ शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लगे शिक्षकों की कार्यशैली अब बेहद संदेहास्पद होती जा रही है। अब इस पूरे मामले की चर्चा जिले में चौक चौराहों पर लगातार की जा रही है एवं इस पूरे मामले में शिक्षक की है कार्य कलंकित होता नजर आ रहा है