बलिया ब्यूरो (अनिल सिंह) : जिले के रेवती थाना क्षेत्र के रामपुर दिघार निवासी सीआरपीएफ के जवान सुनील कुमार पांडेय (37) को असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा चेक गेट पर आन ड्यूटी 6 सितंबर को बोर्डुम्सा में हमलावरों ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद शुक्रवार को उनका शव वायुयान से वाराणसी एयरपोर्ट लाया गया।
जिसके बाद शव को वाहन से उनके गांव लाया गया। जहां पर जवान के अंतिम दर्शन के लिए घर के बाहर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। गांव में पहले से ही जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ,पुलिस अधीक्षक एस आनंद ,एसडीम बैरिया आत्रेय मिश्रा , क्षेत्राधिकारी बैरिया उस्मान ,रेवती थाना इंस्पेक्टर विष्णुकांत दुबे फोर्स के साथ मौजूद रहे। शुक्रवार को दोपहर के 12:00 बजे सीआरपीएफ के आईजी सतपाल रावत ,डीआईजी

सुरेंद्र चौधरी, कमांडेंट श्री अनिल वृक्ष, असिस्टेंट कमांडेंट अभिषेक कुमार सिंह असिस्टेंट कमांडेंट अनुपम सिंह निरीक्षक विष्णु कांत दुबे के साथ अमर शहीद सुनील कुमार पांडे की डेड बॉडी गांव में पहुंची डेट बॉडी को देखते हुए गांव के लोगों में कोहराम मच गया ।
भारत माता की जय सुनील पांडे अमर रहे जब तक सूरज चांद रहेगा सुनील भैया तेरा नाम रहेगा के साथ सब की आंखें रोई माता विद्यावती देवी व पत्नी अर्चना पांडे का रोते-रोते बेहोश हो जा रही थी । बच्चों के साथ पिता रामनाथ पांडे के साथ पूरा गांव रो रहा था।
उच्च अधिकारियों व जिला अधिकारी ने पूरे परिवार को संतावना देते हुए कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा किया गया साथ ही परिवार जनों के लिखित आश्वासन के साथ उच्च अधिकारियों ने शाहिद के परिवार को आश्वासन दिया केंद्र सरकार की सहयोग के साथ शासन स्तर पर संपूर्ण सहयोग दिया जाएगा ।और अगर शाहिद की पत्नी नौकरी करना चाहे उन्हें नौकरी भी मिलेगी नहीं तो बच्चे जब 18 वर्ष के बालिक होंगे तो शहीद परिवार के बच्चों को नौकरी भी मिलेगी साथ ही गांव में जाने वाली सड़क का नाम शहिद के नाम से किया जाएगा ।
परिवारों को उच्च अधिकारियों ने अमर शहीद सुनील पांडे की पार्थिक शरीर का अंतिम दर्शन कराया ।उसके बाद सेना के जवानों को हुकुम छपरा गंगा घाट पर गार्ड ऑफ ऑनर देकर शव का अंतिम संस्कार कराया। मुखाग्नि मृत जवान के पुत्र सत्यम पांडेय ने दी। अरूणाचल प्रदेश में 186 बटालियन तैनात थे। परिजनों ने बताया कि उनकी ड्यूटी सीआरपीफ के इंटेलिजेन्स विभाग में थी।

बुधवार की शाम अन्य साथी जवानो के साथ असम-अरुणाचल सीमा के पास तिनसुकिया में माधापुर बाजार के पास बाइक सवार संदिग्धो से पूछ-ताछ कर रहे थे। इसी बीच बदमाशो ने ताबड़तोड़ चाक़ू से हमला कर घायल कर दिया। वहां के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान जवान ने दम तोड़ दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश अरुणाचल प्रदेश के नामसाईं की ओर भाग गये। इस दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। केंद्रीय सुरक्षा बल वाराणसी बटालियन के डीजीपी ने मृत जवान के पिता रामनाथ पांडे को राष्ट्रध्वज सौंपा।

मृत जवान के दो पुत्र थे। वही शाहिद की पत्नी अर्चना पांडे माता विद्यावती देवी रो-रो कर अचेत हो जा रहे थी ।और घर परिवार के समस्त लोगआंखाें में आंसू भरे दहाड़े मारकर रो रहे थे। दाह -संस्कार से पूर्व तिरंगे से लिपटे मृतक जवान के शव के तिरंगे को आईजी श्री सतपाल रावत ने शाहिद के पिता रामनाथ पांडे को राष्ट्रध्वज देकर सम्मानित किया।

और वहीं गंगा घाट पर मृतक जवान को सीआरपीएफ के आईजी श्री सतपाल रावत डीआईजी श्री सुरेंद्र चौधरी कमांडेंट अनिल वृक्ष असिस्टेंट कमांडेंट अभिषेक कुमार सिंह असिस्टेंट कमांडेंट अनुपम सिंह निरीक्षक विष्णु कांत दुबे जिलाधिकारी रविंद्र कुमार पुलिस अधीक्षक एस आनंद एसडीएम बैरिया आत्रेय मिश्रा क्षेत्राधिकारी बैरिया उस्मान , सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह सहित कई गणमान्य लोगों ने श्रंद्धाजलि दिया।

इस मौके पर केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान असगर अली खान लखपत सिंह मेघनाथ यादव पंकज कुमार शर्मा कमलेश कुमार राजेश घोप संतोष विश्वकर्मा पंकज गुप्ता दीप ज्योति महतो के साथ थाना अध्यक्ष रेवती इंस्पेक्टर विष्णुकांत दुबे थाना अध्यक्ष हल्दी सुनील कुमार सिंह, रामगढ़ चौकी प्रभारी वीरेंद्र यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख मृत्युंजय तिवारी राजेश पांडे कौशल पांडे रविंद्र पांडे सहित हजारों की तादाद में ग्रामीण मौजूद रहे