Close

बुढ़ापे को अभिशाप बनने से रोकना परिवार, समाज और सरकार की संयुक्त जिम्मेदारी है

बुढ़ापे को अभिशाप बनने से रोकना परिवार, समाज और सरकार की संयुक्त जिम्मेदारी है

बुढ़ापे को अभिशाप बनने से रोकना परिवार, समाज और सरकार की संयुक्त जिम्मेदारी है

हाल ही में जारी संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की इंडिया एजिंग रिपोर्ट, 2023 का अनुमान है कि देश के बुजुर्गों यानी 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की हिस्सेदारी 2021 में 10.1 प्रतिशत से बढ़कर 2036 में 15 प्रतिशत और 2050 में 20.8 प्रतिशत हो जाएगी। इस प्रकार, वर्ष 2050 तक पूरी दुनिया में हर छह में से एक व्यक्ति भारत का निवासी होगा और चीन एकमात्र ऐसा देश होगा जहां बुजुर्गों की संख्या सबसे अधिक होगी।

https://udnews.net/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Leave a comment
scroll to top