Singrauli news:भ्रष्टाचारी का संरक्षक बन रहे सीईओ चितरंगी,रोजगार सहायक पर है भ्रष्टाचार का आरोप
SINGRAULI NEWS: सिंगरौली जिले के चितरंगी जनपद के पोंडी तृतीय के ग्रामीण लगातार जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में होने वाली जनसुनवाई में लगातार पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक को लेकर भ्रष्टाचार के संबंध में शिकायत करते आ रहे हैं
जिसमें की ग्रामीणों का आरोप है पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक के द्वारा शासकीय योजनाओं का लाभ देने एवं मनमाने तरीके से शासकीय राशि का गबन किया गया है विगत 1 माह से ग्रामीणों के द्वारा हर जनसुनवाई में दर्जनों की संख्या में ग्रामीण जिला कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होकर संबंधित मामले की लिखित तौर पर शिकायत करते आ रहे हैं
परंतु मामला केवल जांच तक ही सीमित होकर रह गया है इसके साथ ही संबंधित शिकायतों की जांच को लेकर जिला CEO के द्वारा निर्देशित जनपद CEO चितरंगी के द्वारा संबंधित मामले को लेकर गोलमोल जवाब देते नजर आ रहे हैं जिस पर कि उनका कहना है कि पंचायत में थोड़े काम हुए हैं और थोड़े नहीं हुए हैं अब इस अजीबोगरीब जवाब से क्या समझा जाए कहीं न कहीं इस मामले में ही जनपद CEO की भूमिका भी संदिग्ध नजर आती है।
भ्रष्टाचार की है लंबी सूची
दरअसल पोंडी तृतीय ग्रामीणों के द्वारा लगातार रोजगार सहायक अवधेश प्रसाद गर्ग जोकि कई वर्षों से पंचायत में बतौर रोजगार सहायक के पद पर कार्यरत हैं उनके द्वारा शासकीय योजनाओं के लाभ हेतु जैसे प्रधानमंत्री आवास की एवज में हितग्राहियों से पैसे की मांग की जाती है यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि पंचायत के ग्रामीणों ने कहा है इसके साथ ही भ्रष्टाचार का आरोप यहीं पर समाप्त नहीं होता है एक फरियादी के द्वारा जिला कलेक्टर के समक्ष लिखित शिकायत पर कहा गया है कि लघु तालाब वर्ष 2020 में स्वीकृत किया गया था जिसमें की स्वीकृत राशि ₹291778 है रोजगार सहायक अवधेश प्रसाद गर्ग के द्वारा बिना कोई कार्य कराए ₹116908 का फर्जी मस्टररोल जारी कर राशि का आहरण करा लिया गया है
संबंधित लघु तालाब को लेकर शिकायत करने वाले ग्रामीण ने कहा कि मुझ प्रार्थी को रोजगार सहायक द्वारा कार्य के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई की सामग्री के नाम पर भी कुछ राशि फर्जी तौर पर आश्रित की गई है पीड़ित ने दिए आवेदन में कहा है कि मैं एक गरीब अनुसूचित जाति का अशिक्षित व्यक्ति हूं जिसका रोजगार सहायक द्वारा शोषण तथा शासन द्वारा उपलब्ध कराए गए लाभ से वंचित किया गया एवं रोजगार सहायक के द्वारा कई फर्जी कार्य पंचायत के अंतर्गत कराए गए हैं।
ग्रामीणों ने रोजगार सहायक को हटाए जाने की की है मांग
जनपद चितरंगी के अंतर्गत आने वाली पंचायत पोंडी तृतीय के रोजगार सहायक को पंचायत से अन्यत्र कहीं स्थानांतरित करने का आवेदन ग्रामीणों के द्वारा लगातार दिया जा रहा है परंतु कार्रवाई केवल जांच तक ही सीमित है
संबंधित रोजगार सहायक को लेकर ग्रामीण बताते हैं कि वर्षों से पंचायत में पदस्थ होने के कारण रोजगार सहायक के द्वारा व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है और उनके जमे होने के पीछे एक मात्र कारण शासकीय राशि का बंदरबांट होना बताया जा रहा है जिससे कि स्पष्ट होता है कि शासकीय योजनाओं में शासकीय राशि का गबन कर बंदरबांट करने वालों की सूची भी काफी लंबी है अब इसमें कितने लोग शामिल हैं यह तो जांच का विषय है
इनका कहना है
जनपद चितरंगी के जनपद CEO फोन पर बात करने के उपरांत संबंधित मामले पर जानकारी चाही गई तो उनके द्वारा कहा गया है कि संबंधित मामले की जांच के उपरांत यह पाया गया कि कुछ कार्य हुए हैं और कुछ नहीं हुए हैं जबकि हमारा सवाल था इस संबंधित मामले में भ्रष्टाचार को लेकर जांच में क्या पाया गया ?