SINGRAULI NEWS : जियावन थाना क्षेत्र में रेत माफियाओं के दबंगई के आगे पुलिस बेवश है। इसका जीता-जागता उदाहरण गुरूवार को थाना क्षेत्र के रेही में घटित एक बड़ी वारदात है।
जहां उप निरीक्षक को टै्रक्टर चालक एक किलोमीटर तक घसीटते हुए चला गया। इस दौरान उप निरीक्षक अपनी जान बचाने टै्रक्टर में लटके रहे। हालांकि एसआई की जान बच गयी। लेकिन रेत माफियाओं ने पुलिस को खुली चुनौती दे दिया है।
दरअसल सूत्र बता रहे हैं कि रेही के गोपद नदी से रेत का अवैध कारोबार व्यापक पैमाने पर चल रहा है। मुखबिरों के जरिये जियावन पुलिस को सूचना मिली की दो टै्रक्टर बिना नंबर के रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन करने जा रहे हैं।
थाने के उप निरीक्षक प्रदीप सिंह ने एएसआई सुरेश वर्मा एवं आरक्षक गौतम कुमार को लेकर स्थल रवाना हो गये। गुरूवार की सुबह करीब 9 से 10 बजे के बीच जैसे ही रेत खदान पर पहुंचे कि टै्रक्टर चालकों की नजरें पुलिस पर पड़ गयी।
पुलिस को देख टै्रक्टर चालक वाहन लेकर भागने लगा। इसी दौरान उप निरीक्षक प्रदीप सिंह टै्रक्टर की चाभी छीनने का प्रयास करने लगे। चालक टै्रक्टर नहीं रोका। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि चलते टै्रक्टर को रोकवाने के लिए एसआई लटक गये। करीब एक किमी दूरी तक एसआई टै्रक्टर में लटके रहे।
बताया जा रहा है कि यदि उप निरीक्षक टै्रक्टर छोड़ देते हुए वे टायर के नीचे भी जा सकते थे। अंतत: करीब एक किलोमीटर दूरी तय करने के बाद चालक टै्रक्टर छोड़कर भाग खड़ा हुआ। तब कहीं उप निरीक्षक की जान बची। वहीं दूसरा चालक अपना टै्रक्टर लेकर भाग खड़ा हुआ है। बिना नंबर के एक टै्रक्टर को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर आरोपी चालक की तलाश में जुट गयी है।
फिलहाल जियावन थाना क्षेत्र में आज गुरूवार को एक बड़ा हादसा टल गया। यदि उप निरीक्षक साहस न दिखाते तो कोई बड़ी वारदात हो सकती थी। इसमें कहीं न कहीं जियावन पुलिस की लापरवाही मानी जा रही है। उधर टै्रक्टर चालक ने पुलिस को खुली चुनौती दी है। आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस रेही गांव में डेरा डाल दी है।
तीन थानों की पहुंची रेही गांव में पुलिस
रेत की चोरी में शामिल दो टै्रक्टर चालकों की तलाश में पुलिस जुट गयी है। बताया जा रहा है कि जियावन थाना के अलावा बरगवां एवं चितरंगी का पुलिस बल भी रेही गांव में पहुंचा है। दोपहर से देर शाम तक उक्त वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी टे्रक्टर चालक की तलाश में उसके ठिकानों पर दबिश दी गयी।
लेकिन पुलिस को अभी तक खाली हाथ लगा है। हालांकि एक टै्रक्टर को पुलिस पकड़कर अपने कब्जे में ले ली है। टै्रक्टर फार्म टै्रक नीले कलर का है। इसका रजिस्टे्रेशन नंबर नहीं है। दूसरा टै्रक्टर भी बिना नंबर का है पावर टै्रक्ट कंपनी का है, टै्रक्टर एवं चालक की पतासाजी की जा रही है।
मामले को दबाने में जुटी जियावन पुलिस
आज गुरूवार को जियावन थाने के उप निरीक्षक की जान बाल-बाल बच गयी। हालांकि उन्हें कुछ चोटे आयी हैं। पहले ऐसी अफवाहें उड़ी की उप निरीक्षक अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन यह केवल अफवाह है।
बताया जा रहा है कि जियावन पुलिस पूरी तरह से इस बात के लिए कसरत कर रही थी कि मामला थाने के पर्दे के अंदर रहे बाहर न जाये। इस मामले में जब टीआई से जानकारी ली गयी तो वे पहले अंजान बने रहे। बाद में इतना कहा कि टै्रक्टर से रेत का परिवहन करने वाले अवैध कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। वारदात होने के मामले में कुछ नहीं बोले।
इनका कहना है
रेही गांव में कुछ ऐसी घटना घटित हुई हैं। ऐसी जानकारी मिली है। आरोपियों के धर पकड़ के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है।
मो.यूसुफ कुरैशी (पुलिस अधीक्षक,सिंगरौली)