शिकायत पत्र के माध्यम से की कार्रवाई की माँग
SINGRAULI NEWS : शहरी क्षेत्र में जमीन की तलाश में लोग जद्दोजहद में जुटे हुए हैं लगातार रिहायशी मकान बनाने को लेकर जमीन की तलाश कर रहे लोगों की जरूरतों को पूरा करने वाला भूमाफिया अपने चंगुल में भोले भाले स्थानीय लोगों को फंसा कर उनकी जमीन हड़पने में जरा भी समय नहीं लगाते हैं और शायद इसका यही कारण है कि दिनों दिन लगातार प्रशासनिक अमले सहित न्यायालय में जमीनों के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
वही जमीन की सुरक्षा को लेकर जमीन मालिक अपने जमीनों पर अवैध रूप से हो रहे अतिक्रमण की शिकायत लेकर पुलिस के समक्ष चक्कर लगाता रहता है एवं इस पूरे मामले पर रेवेन्यू का मामला होने के कारण पुलिस भी जल्द कार्रवाई नहीं कर पाती है ऐसे में पीड़ित सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने मात्र में सीमित रह जाता है अंततः उसे न्यायालय की शरण में जाना पड़ता है।
एक ऐसा ही मामला निकल कर सामने आया है जिसमें कि एक बुजुर्ग लगातार भूमाफिया से परेशान है अपनी ही जमीनों के लिए वह सरकारी कार्यालयों में आवेदन देते नजर आ रहा है खास बात तो यह है कि इस बार इस पूरे मामले पर बुजुर्ग ने वह माफिया सहित पुलिस की मिलीभगत की शिकायत पुलिस कप्तान से की है।
पुलिस एवं भु माफिया की मिलीभगत की कप्तान से की शिकायत
पुलिस अधीक्षक सिंगरौली कार्यालय पहुंचकर बैढ़न निवासी निसार अहमद ने लिखित तौर पर पुलिस अधीक्षक के समक्ष शिकायत पत्र प्रस्तुत किया है निसार अहमद का कहना है कि उनके पट्टे की आराजी में भू माफिया के द्वारा 15 डिसमिल भूमि का फर्जी दान पत्र तैयार कर मकसूद नाम के व्यक्ति ने अपने नाम नामांतरण करा लिया था संबंधित मामले की जानकारी लगने के बाद पीड़ित ने मामले की अपील उपखंड अधिकारी सिंगरौली के न्यायालय में प्रस्तुत की जिसके बाद पीड़ित ने अपनी शिकायत पत्र पर उल्लेख किया है
कि सहायक उप निरीक्षक पंकज सिंह थाना बैढ़न के संरक्षण में उक्त भूमि में न्यू खोदकर बाउंड्री निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा था मना करने पर पीड़ित एवं उसकी पत्नी के साथ मारपीट तक की बात शिकायत पत्र में कही गई है जिस के संबंध में पीड़ित के द्वारा बीते 25 अप्रैल को थाने में लिखित शिकायत की गई पीड़ित का आरोप है कि इस शिकायत के बावजूद इस संबंधित मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि उन्हें डांट फटकार कर भगा दिया गया फर्जी मुकदमे की बात भी पीड़ित से कही गई .
जिसका शिकायत पत्र में पीड़ित के द्वारा उल्लेख किया गया है जबकि इस पूरे मामले पर उपखंड अधिकारी सिंगरौली के न्यायालय में हिबानामा दान पत्र के विरुद्ध चल रहा अपील 27 अप्रैल को ही निरस्त कर दिया गया इसी बीच जब प्रार्थी रीवा गया तो पट्टे की आराजी पर भू माफिया मकसूद अहमद एवं पंकज सिंह के संरक्षण में बाबू मिस्त्री मोहम्मद जावेद को अवैध तरीके से कब्जा कराने का आरोप है.
जिसमें बाउंड्री वॉल पिलर बोर करा कर मकान निर्माण करना आदि शामिल था पीड़ित के द्वारा संबंधित निर्माण कार्य का विरोध करने पर लोगों को डांट फटकार कर वहां से भगाया गया। इस पूरे मामले में पीड़ित का कहना है कि आवेदन पत्र के माध्यम से पुलिस कप्तान के समक्ष गुहार लगाई गई है कि इस पूरे मामले पर ऐसे दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाए फलक यह देखने वाली बात होगी कि इस पूरे जमीनी विवाद में आखिरकार पुलिस क्या कार्रवाई करती है।