SINGRAULI NEWS : जिले में कार्यरत ओबी कंपनी पर मनमानी करने का आरोप लगा है सूत्र बतातें हैं कि कंपनी के द्वारा दी जाने वाली तनख्वाह मनमाने तरीके से भुगतान किया जा रहा है । यह आरोप कुछ नेताओं के द्वारा भी लगाए जा चुके हैं। किये जा रहे बेतन भुकतान में मजदूर के नाम पर माइन्स नियमों की अनदेखी का आरोप है।
कई वर्षों से कार्य कर रही ओबी कंपनी की शिकायतों को जिम्मेदार एन सी एल के अधिकारियों पर कार्रवाई न करने की बात सूत्र बतातें है । हालांकि सूत्रों की माने तो ओबी कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों को माइन्स वेतन भुगतान की गाइडलाइन से हटकर लगभग कलेक्टर दर पर भुगतान किया जा रहा है,ऐसे में कंपनी पर लगने वाले आरोप बेहद गंभीर दिखाई पड़ रहे हैं। जबकि एनसीएल की अन्य कोयला खदानों में कार्यरत अन्य ओबी कंपनी का वेतन भुगतान कहीं ज्यादा बेहतर है। SINGRAULI NEWS
इस पूरे मामले में यह कहा जा सकता है कि भुगतान को लेकर की जा रही अनियमितता कहीं ना कहीं ओवरबर्डन कंपनी में कार्य करने वाले मजदूरों का शोषण हो रहा है संबंधित मामले की शिकायत के बावजूद भी कार्रवाई ना करना जिम्मेदारों की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़ा कर रहा।
निर्धारित दर पर भुगतान करने से क्यों बच रही कंपनी
एनसीएल की कोयला खदान में कार्यरत ओवरबर्डन कंपनी जिसमें की आरोप है कि संबंधित कंपनी के द्वारा माइन्स एक्ट के तहत किए जाने वाले भुगतान को लेकर अनियमितता की बात सूत्र बता रहे हैं यदि नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड के नियमों के तहत कोयला खदानों में कार्य करने वाले गैर एनसीएल कर्मचारियों के लिए भी निर्धारित भुगतान दरें स्वीकृत हैं । ऐसे में स्वीकृत दरों के अलावा भुगतान की जाने वाली राशि बेहद कम क्यों है।
दरअसल ओवरबर्डन को हटाने में किए जाने वाले खर्च के अनुमान में निर्धारित दरों के अनुसार ही वह भी कंपनी के मजदूरों को भुगतान किया जाना होता है ऐसे में माना जा रहा है कि कंपनी के द्वारा मजदूरों को निर्धारित वेतनमान से कम वेतन देकर कंपनी सेंधमारी कर रही है।
SINGRAULI NEWS : 15 दिन की वेतन का ही हो रहा भुगतान ?
सूत्रों की माने तो ओवरबर्डन कार्यरत मजदूरों की मजदूरी भुगतान में कंपनी के द्वारा कार्य पर रखे जाने के समय ही 15 दिनों की मजदूरी को लेकर एग्रीमेंट साइन कराया गया है वही मजदूरों से कंपनी के द्वारा मां पर काम कराया जाता है कंपनी के द्वारा किए जा रहे इन कृत्यों का खुलासा इस बात से भी हो सकता है कि यदि मजदूरों की हाजिरी ऑनलाइन माध्यम से ली जाए। पर हैरानी की बात तो यह है कि क्षेत्र में कार्यरत कई ओवरबर्डन कंपनियों में एक तरफ जहां मजदूरों की हाजिरी ऑनलाइन के माध्यम से लगाई जा रही है वह इस संबंधित कंपनी के द्वारा आज भी रजिस्टर पर साइन करा कर उन्हें भुगतान किया जाता है। हालांकि यह पूरा मामला जांच के घेरे में है यदि कंपनी प्रबंधन इस संबंधित मामले में जांच दल गठित कर आरोपों की जांच करता है.
तो संबंधित मामले में तथ्यों का खुलासा हो सकता है। अब यह देखने वाली बात होगी कि इस पूरे मामले पर संबंधित जिम्मेदार आखिरकार क्या कार्रवाई करते हैं या तो आने वाला वक्त ही बताएगा परंतु एक बात तो साफ है यदि इस मामले में सच्चाई है तो कहीं ना कहीं इस पूरे मामले में एक बड़ा सिंडिकेट कार्य कर रहा है।
SINGRAULI NEWS : दोहरे मापदंड से वेतन भुगतान
एनसीएल की खदान में कार्यरत ओवरबर्डन कंपनी के कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहा है वही ऐसा नहीं है कि कंपनी में कार्यरत सभी के साथ भुगतान को लेकर अनियमितता बरती जा रही है कंपनी सूत्रों की माने तो सूत्र बताते हैं कि कंपनी के सारे मजदूरों का भुगतान एक जैसा नहीं है.
कंपनी के द्वारा मजदूरों को पेमेंट स्लिप की सुविधा भी प्रदान नहीं की गई है वहीं दूसरी तरफ कई मजदूर ऐसे भी हैं जिनको कंपनी निर्धारित दरों पर वेतन भुगतान कर रही है सूत्रों का दावा है कि कंपनी के द्वारा किए जा रहे वेतन भुगतान में दोहरे मापदंड का उपयोग कंपनी प्रबंधन अपना रहा है। हालांकि कई मामले ऐसे भी आए हैं जब एनसीएल में कार्यरत करने वाले कई ठेकेदार के अधीनस्थ कर्मचारियों जो कि हादसे का शिकार हुए हैं.
उस समय संबंधित मामले में कई बार यह खुलासा हो चुका है कि कंपनी के द्वारा व्यापक पैमाने पर लापरवाही की जाती है फिर चाहे वह नियुक्ति संबंधी आईडी कार्ड का मामला हो या फिर पेमेंट स्लिप की बात हो। ओवरबर्डन कंपनियों में नौकरी को लेकर हमेशा से मारामारी रही है दरअसल क्षेत्र में ओवरबर्डन में कार्य कर रही कंपनियों के द्वारा दिए जाने वाले भुगतान को कम नहीं आंका जा सकता है.
अतः नौकरी पाने की इच्छा रखने वाले बेरोजगार कंपनी की नियम शर्तों को मानते रहते हैं कई बार तो यह भी आरोप लग चुके हैं कि कंपनी में नौकरी पाने की एवज में बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपए बतौर रिश्वत के रूप में लिए जा चुके हैं एवं पुलिस की कुछ कार्रवाई में भी ओवरबर्डन कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले पर सिंगरौली पुलिस ने कार्रवाई भी की है।