SINGRAULI NEWS : अनुसूचित जाति जनजाति को लेकर जिले में जिस तरह से मामले निकल कर सामने आ रहे हैं एवं इन दिनों चुनावी सरगर्मियां बढ़ती दिखाई पड़ रही है जिसमें की विपक्ष एवं सत्तापक्ष लगातार आदिवासी उन्मूलन को लेकर तरह-तरह के आरोप प्रत्यारोप का दौर चला रहे हैं.
परंतु सिंगरौली जिले में आदिवासियों को लेकर एक विशेष जानकारी हाथ लगी है जो यह बता रही है कि जिले में प्रतिमा औसतन लगभग दर्जनभर आदिवासियों से जुड़े मामले पुलिस सिंगरौली जिले के विभिन्न थाना चौकियों में दर्ज कर रही है यह मामले कोई 1 वर्ष के नहीं है बीते 3 वर्षों के आंकड़ों पर गौर करें तो यह आंकड़े यही स्थिति बयां कर रहे हैं। आपको बताते चलें कि सिंगरौली जिला भले ही अपने औद्योगिक गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है परंतु सिंगरौली जिले की सबसे बड़ी खामी यहां पर शिक्षा संबंधी जागरूकता की रफ्तार धीमी है.
भले ही शासन अपने दादा आदिवासी समुदाय को लेकर कुछ प्रस्तुत करें परंतु वास्तविकता तो यह है कि जिले के आदिवासी समुदाय के लोग आज भी पिछड़े हुए उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने को लेकर सामाजिक दिशा में कार्य करने वाले विभाग सहित सामाजिक संस्थाओं को इस पर कार्य करने की बेहद आवश्यकता दिखाई पड़ रही है शिक्षा ही एकमात्र उपाय है जो कि किसी व्यक्ति के जीवन को सरल एवं शुभम के साथ सफलता दिला सकता है वहीं दूसरी तरफ शिक्षा के अभाव के कारण लोग अनजाने में अपराध कर बैठते हैं एवं अपराधी बन जाते हैं जिससे कि उन्हें एवं उनके परिवार को उस अपराध के कारण परेशान होना पड़ता है ऐसे में बेहतर तो यही है कि लोगों को शिक्षित कर उनके अधिकार एवं समाज में बेहतर मुकाम हासिल करने में मदद करें।
प्रतिवर्ष100 से ज्यादा मामले आदिवासियों की शिकायत पर हो रहे हैं दर्ज
सिंगरौली जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र सहित एवं जिले में स्थित विभिन्न पुलिस चौकी एवं पुलिस थानों में आदिवासी समुदाय को लेकर वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2023 अगस्त तक के आंकड़े बताते हैं कि औसतन प्रतिमा जिले के विभिन्न थानों चौकियों में लगभग एक दर्जन अपराधिक मामले आदिवासी समुदाय के व्यक्तियों के ऊपर हुए अत्याचार को लेकर पुलिस दर्ज कर रही है आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2020 में सिंगरौली जिले के विभिन्न थाना चौकी क्षेत्र से कुल 112 आदिवासी समुदाय से संबंधित मामले दर्ज हुए हैं वही वर्ष 2021 में कुल 78 मामले आदिवासियों के ऊपर हुए अत्याचार को लेकर सिंगरौली पुलिस ने दर्ज किया था.
हालांकि उस समय कोरोना काल के दौरान अन्य अपराधों की संख्या में भी कमी आई थी वही वर्ष 2022 में सिंगरौली पुलिस के द्वारा आदिवासी समुदाय के मामलों में हुई शिकायत के बाद एसटीएससी एक्ट को लेकर 111 अपराधिक मामले सिंगरौली पुलिस ने दर्ज किया। वही वर्तमान वर्ष 2023 के आंकड़ों पर यदि हम गौर करें तो सिंगरौली जिले के विभिन्न थाना एवं चौकी क्षेत्रों में आदिवासी समाज के व्यक्ति पर विभिन्न अत्याचार के मामले में पुलिस ने जनवरी 2023 से लेकर 13 अगस्त 2023 तक की तारीख में कल आदिवासी समुदाय के व्यक्ति पर हुए अपराधी घटनाओं को लेकर 75 मामले दर्ज किया जा चुके हैं.
हालांकि वर्ष 2023 की समाप्ति को लेकर अभी भी 4 माह का वक्त बचा हुआ है वहीं वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2023 तक के कुल आंकड़ों पर गौर करें तो औसत प्रतिमाह आदिवासी व्यक्ति पर हुए अत्याचार के मामले में लगभग 9 केस प्रतिमाह का आंकड़ा निकलकर सामने आ रहा है।
SINGRAULI NEWS : आदिवासी समुदाय के ऊपर अत्याचार पर सख्त दिख रहे पुलिस कप्तान
पुलिस कप्तान मोहम्मद यूसुफ कुरैशी के द्वारा सिंगरौली जिले के कमान जब से हाथों में ली गई है स्पष्ट तौर पर उन्होंने निर्देश दिए हैं कि अनैतिक कार्यों को करने वाले किसी भी अत्याचारी को किसी भी हाल में बच्चा नहीं जाएगा वही अपराध समीक्षा बैठक के दौरान भी कई बार पुलिस टीम के अधिकारियों को यह निर्देश दिए जा चुके हैं कि जिले में आदिवासी समुदाय को लेकर उन पर होने वाले अत्याचार के मामलों में पुलिस त्वरित कार्रवाई करें।