सिंगरौली 3 सितम्बर । जिले के कई गांवों में आबकारी महकमा एवं शराब ठेकेदारों के सॉठगाठ से पानी की तरह देशी-विदेशी शराब की बिक्री किराना की दुकानों में भी होने लगी है। राजस्व आय बढ़ाने एवं अपना खुद का जेब गर्म करने के लिये कई ठेकेदार इस तरह के तरकीब निकाला हुआ है। वहीं पुलिस भी इन कारोबारियों पर सख्ती के साथ कार्यवाही नहीं कर रही है बल्कि पुलिस इनसे भी मिली हुई है।
जिले में इन दिनों अवैध शराब की बिक्री जोर पकड़े हुये है।
शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में मनमानी कीमत पर देशी-विदेशी शराब बेची जा रही है। वहीं सूत्र बता रहे हैं कि सरकार के सख्त निर्देश के बावजूद कथित शराब ठेकेदारों द्वारा अघोषित रूप से अहाता खोलकर शराब पिलाई जा रही है। इतने में शराब कारोबारियों का कोटा पूरा नहीं हो रहा है तो कुछ चुनिन्दा गांवों के किसानों दुकानों, ढाबा, होटल एवं चाय-पान के ठेलों पर से बिक्री करायी जा रही है। यहॉ धन्धा इन दिनों काफी जोर पकड़ा हुआ है। आरोप है कि शिकायत होने के बावजूद आबकारी महकमा ऐसे कारोबारियों पर कार्यवाही करने से गुरेज कर रहा है। वहीं यह भी चर्चा है कि पुलिस भी इन कारोबारियों पर मेहरबान है। जानकारी में बताया गया कि चितरंगी के पोड़ी, कुडैनिया, हरफरी, कोरसर, बुढाडोल, माड़ा थाना क्षेत्र के मकरोहर, करामी, बिन्दूल, सरई थाना क्षेत्र के पापल, महुआगांव सहित गांवों के कुछेक स्थानों में बड़े आसानी से देशी-विदेशी शराब मिल जा रही है। यहॉ कथित ठेकेदारों के द्वारा खपाई जा रही है। आरोप तो यहॉ तक लग रहे हैं कि शराब ठेकेदारों से संबंधित थाना एवं चौकी की पुलिस बीच बेहतर तालमेल हो चुका है जिसके चलते खण्ड स्तर के पुलिस अधिकारी भी इन शराब कारोबारियों पर शिकंजा कसने से मन मार देते है। इसके पीछे वजह क्या है अब धीरे-धीरे अन्दर बात बाहर आने लगी है। कुछ थाना क्षेत्रों में 50-50का मामला चल रहा है। पहले 25-50 के बीच खेला हो रहा था और अब ऐसा नहीं हो रहा है। फिलहाल जिले में अवैध शराब की बिक्री को लेकर आबकारी एवं पुलिस महकमा की कार्यप्रणाली पर तरह-तरह के सवाल खड़ा करते हुये उंगलियॉ उठाई जा रही हैं।