सिंगरौली(शशी कांत कुशवाह): मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मध्य नजर भाजपा दाल की तरफ से जारी की गई प्रथम 39 सूची के बाद से सिंगरौली जिले की राजनीतिक सरजमी गरमा गई है।
इस साल मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी तैयारी में जुड़ चुके हैं भारतीय जनता पार्टी से लेकर कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी एवं अन्य कई राजनीतिक दल चुनाव की तारीखों के ऐलान के पूर्व ही पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। सिंगरौली जिला भारतीय जनता पार्टी का प्रमुख गढ़ में से एक है.
ऐसे में भारतीय जनता पार्टी में चुनावों को लेकर सक्रिय रूप से क्षेत्र में लगातार नेता भ्रमण कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रथम चरण में जिन 39 प्रत्याशियों के नाम पार्टी के द्वारा प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं यह सीट ऐसी सीट है जहां पर विगत कई वर्षों से भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है।
पांच राज्यों – छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने की उम्मीद है।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने अधिकृत प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी गई है। इस लिस्ट में उन सीटों पर अपने अधिकृत उम्मीदवार घोषित किए गए हैं.
जहां भाजपा की स्थिति पिछले चुनाव में काफी कमजोर थी या फिर जिस सीट पर भाजपा अक्सर चुनाव हार जाती है। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जारी की गई सूची एवं टूटी चरण जो कि आगामी 10 सितंबर तक जारी हो सकती है.
ऐसी सीटों को बीजेपी के द्वारा आकांक्षी सीट का नाम दिया गया है द्वितीय चरण के तहत जारी होने वाली सूची में पार्टी के द्वारा ऐसे नाम पर विचार विमर्श किया जा रहा है जहां पर पार्टी का प्रदर्शन पिछले विधानसभा चुनाव में अच्छा नहीं रहा । पिछले दो विधासनभा चुनाव (कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश) से सबक लेकर भारतीय जनता पार्टी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। पिछले दो विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था।
भारतीय जनता पार्टी इस बार ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहती, जिससे उसे विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। भाजपा बागी नेताओं की नाराजगी कम करने और बागियों को मनाने और उसका प्रभाव करने के लिए जल्दी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। इससे उम्मीदवारों को चुनावी तैयारियां करने का पूरा समय मिल सकेगा।
सिंगरौली जिले में भाजपा नेताओं की बढ़ी उत्सुकता
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सिंगरौली जिले के कई भाजपा नेताओं की उत्सुकता बढ़ गई है आगामी चुनाव में अपने आप का आकलन कर बतौर प्रत्याशी के रूप में चुनाव में उतरने की तैयारी नेता कर चुके हैं एवं लगातार क्षेत्र में सक्रिय हो चुके हैं।
वैसे चुनाव को लेकर नेताओं का यह मानना है कि पार्टी के द्वारा उन्हें अधिकृत तौर पर प्रत्याशी बनाए जा सकता है जिसे लेकर वह जनता के बीच जाकर सरकार के द्वारा किए गए कार्यों एवं जनता को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का भरोसा यह नेता बखूबी दिला रहे हैं।
जिले में भाजपा नेताओं की संख्या विभिन्न विधानसभा में लगभग आधा दर्जन से ज्यादा की बात निकाल कर सामने आ रही है परंतु पार्टी के द्वारा अधिकृत तौर पर अभी किसी के नाम फाइनल नहीं किए गए हैं। वही भारतीय जनता पार्टी के सूत्र बताते हैं कि द्वितीय एवं तृतीय चरण भाजपा अपने कई सांसदों को विधानसभा प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर सकती है।
पार्टी सूत्रों की माने तो ऐसे प्रत्याशियों को लेकर भी पार्टी विचार कर रही है जिसमें प्रत्याशी पूर्व के चुनाव में 5000 से कम के अंतराल में चुनाव जीतकर आए हैं एवं विगत कई वर्षों से चुनाव जीतकर आने वाले भाजपा विधायक के जनमत का भी खाका पार्टी तैयार कर रही है।
सिंगरौली जिले के भाजपा युवा नेताओं जगी आस
मध्य प्रदेश 2023 के होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में मशगूल नेताओं के बीच संकेत मिल रहे हैं कि इस बार भारतीय जनता पार्टी युवाओं को भी मौका देगी ऐसे में कई युवा नेता आगामी विधानसभा में मैदान में दिखाई दे सकते हैं कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में गुजरात पैटर्न पर चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही है पार्टी के द्वारा ऐसे नाम पर विचार किया जा रहा है .
जो की निर्विवाद एवं बेदाग छवि के कार्यकर्ता रहे हो जिनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि साफ सुथरी एवं जनता के बीच अच्छी पैठ रखने वाली हो। वहीं भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जारी प्रथम सूची में 39 नाम पर यदि गौर करें तो पार्टी के द्वारा नए चेहरे के साथ युवाओं को मौका देकर कुछ हद तक नाम पर चल रहे कायशो को एक नया रूप दे दिया है।
सिंगरौली जिले के विधानसभा की यदि हम बात करें तो सिंगरौली देवसर एवं चितरंगी विधानसभा के अंतर्गत कई युवा नेताओं के मन में यह उम्मीद जगी है कि पार्टी के द्वारा इस बार उन्हें भी मौका दिया जाएगा परंतु यह देखने वाली बात होगी कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी किस नेता को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतरती है।