भीलवाड़ा में स्वाद के शौकीनों की कोई कमी नहीं है, शहर के हर कोने में आपको कोई न कोई स्वाद का मजा लेते दिख जाएगा. भीलवाड़ा में गुजराती व्यंजनों की मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, गुजराती थेपला लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं।गुजराती स्वाद दे रहे हैं।
भीलवाड़ा शहर के राधा कृष्ण कॉलोनी में गुजरात खमन के नाम से दुकान लगाने वाले श्यामलाल अग्रवाल कहते हैं कि हम 50 सालों से गुजरात के अहमदाबाद में रह रहे थे और फिर हमने सोचा क्यों ना अपने गृह जिले को गुजरात का स्वाद दिया जाए इसलिए हम गुजरात की यह आठ तरह की स्पेशल डिश लेकर भीलवाड़ा आए हैं. जिसमें हम 100% गुजराती व्यंजन भीलवाड़ा लेकर आए हैं.
भीलवाड़ा में इन दिनों गुजराती थेपला के डिमांड ज्यादा हो रही है क्योंकि यह सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है यह विशेष रूप से मेथी , बेसन और आटे से बनता है जिसकी वजह से कचोरी – समोसे के मुकाबले यह नाश्ता ज्यादा फायदेमंद साबित होता है. इसकी एक खासियत यह भी है कि यह करीब 8 दिन तक खराब नहीं होता है और अगर सुबह-सुबह कोई व्यक्ति थेपला का नाश्ता कर ले तो पूरे दिन खाने की जरूरत नहीं पड़ती है यही कारण है कि भीलवाड़ा में गुजराती नाश्ते की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है इसलिए हमने भी सोचा क्यों ना भीलवाड़ा को नया गुजरात का स्वाद दिया जाए.
यूं तो भीलवाड़ा में खमन बनाने वाले बहुत है लेकिन थेपला बनाने वाला कोई नहीं इसलिए हमने भीलवाड़ा शहर को थेपला का स्वाद देना शुरू कर दिया है अगर रोज की डिमांड की बात की जाए तो 500 के करीब रोजाना थेपला बन जाता है.