जीवन में कभी हार न मानें, हार से सीखें और आगे बढ़ते जाएं: पाणी पंकज पाण्डेय

जीवन में कभी हार न मानें, हार से सीखें और आगे बढ़ते जाएं: पाणी पंकज पाण्डेय

एनसीएल के एच.आर. मैनेजर ने संस्कार सृजन कैंप में बच्चों को व्यक्तिगत विकास के संबंध में दी जानकारी

सिंगरौली~:   प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय शाखा तपोवन परिसर में आयोजित संस्कार सृजन समर कैंप के नौवे दिन आज बच्चों को व्यक्तित्व विकास के संबंध में शिक्षाएं दी गई आज मुख्य रूप से एन.सी.एल. के एचआर मैनेजर पानी पंकज पांडे जो कथावाचक भी हैं उन्होंने बच्चों को आकर प्रेरणाय दी।
पाणी पंकज पांडे ने कहा कि जीवन में कभी भी हारना नहीं चाहिए द्य अगर हमारे जीवन में सफलता नहीं मिल रही है इसका मतलब है, कि हमारा हमें भगवान कोई और अच्छी सफलता दिलाना चाहते हैं द्य इसलिए कभी भी हार से न डरें द्य कोई भी डर हो, उससे शिक्षाएं लें और अपने जीवन में आगे बढ़ते जाएं द्य सफलता एक दिन हमारे कदम चूमेगी द्य उन्होंने डॉक्टर अब्दुल कलाम एवं फिल्म एक्टर अमिताभ बच्चन का उदाहरण देते हुए कहा कि इन्होंने भी एक छोटे स्तर से लेकर के अपने आपको ऊपर पहुंचाया है ओर बहुत सारी परीक्षाओं का सामना किया द्य बहुत बार हार का सामना किया लेकिन कभी कदम पीछे नहीं हटाए द्य आगे ही बढ़ते गए द्य सफलता उनके आज कदम चूम रही है।
ग्वालियर से पधारी ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने बच्चों को आज व्यायाम का महत्व समझाया और अपने हाथों में ही हमारी हथेली में ही स्वस्थ रहने की कुंजी है और बच्चों को व्यायाम की विधि बताई और कहा कि व्यायाम का जीवन में बहुत अधिक महत्व है। अगर हम व्यायाम को अभी से अपने जीवन का अंग बनाएंगे तो सदा स्वस्थ रहेंगे और जब स्वस्थ रहेंगे तो जीवन में सफलता हमारे साथ सदा रहेगी।
सिंगरौली शाखा की प्रभारी ब्रह्माकुमारी शोभा बहन ने बच्चों में आज सहनशीलता के गुण के ऊपर विशेष शिक्षा की प्रेरणा दी और दही बड़े का उदाहरण देते हुए बताया कि जब हम सहन करते हैं तभी हम श्रेष्ठ बन पाते हैं, जैसे एक मूर्ति भी जब चीनी हथौड़ी की मार सहती है तभी वह मूर्ति का रूप बनती है और कितनी सुंदर होती है और मंदिरों में देवी देवताओं के रूप में हम उनकी पूजा करते हैं तो सहन करने से ही हम श्रेष्ठ बन सकते हैं।

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