बालिकाओं को सशक्त बनाने की अनुकरणीय पहल है, विंध्याचल का जेम प्रोग्राम- चन्द्रशेखर शुक्ला

बालिकाओं को सशक्त बनाने की अनुकरणीय पहल है, विंध्याचल का जेम प्रोग्राम- चन्द्रशेखर शुक्ला

ग्रामीण बालिकाओं को इस अभियान से मिलेगा उचित मंच : समीर शर्मा
कलेक्टर ने किया विंध्याचल बालिका सशक्तीकरण अभियान, 2024 सपनों की उढ़ान का शुभारंभ
बालिकाओं ने प्रस्तुत किये आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम, अभिवावकों एवं दर्शकों ने सराहा

सिंगरौली~:  ग्रामीण बालिकाओं को सशक्त एवं शिक्षित बनाने के लिए एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना द्वारा आयोजित किया जाने वाला बालिका सशक्तिकरण अभियान अनुकरणीय पहल है। इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण बालिकाएँ शिक्षित होंगी वहीं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने मे यह अभियान सहयोगी बनेगा। उक्त बातें जिले के कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने कही। कलेक्टर आज एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना के मैत्री सभागार में बालिका सशक्तिकरण अभियान जेम के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। श्री शुक्ला ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण बालिकाओं की प्रतिभा को नई उचाइयाँ मिलेंगी और वह अपने सपनों को साकार कर सकेंगी। कलेक्टर ने कहा कि जैसा कि जानकारी दी गई कि इस अभियान के माध्यम से एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा अब तक ग्रामीण क्षेत्र के शासकीय विद्यालयों की पाँचवी पास तकरीबन 7000 बालिकाओं को इस अभियान के माध्यम से सशक्त एवं शिक्षित बनाने का कार्य किया और यह अभियान विंध्याचल परियोजना मे वर्ष 2018 से प्रतिवर्ष चलाया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि सपने देखना हर व्यक्ति का कार्य है और हर देखा गया सपना पूरा नहीं होता परंतु मेहनत और लगन से किए जाने वाले कार्य से देखे गये सपने पूरे होते है। कलेक्टर ने कहा कि विंध्याचल बालिका सशक्तिकरण अभियान 2024 के माध्यम से ग्रामीण बालिकाओं में सपनों के पंख लगाकर उन्हे पूरा करने का हौसला प्रदान कर रही है , जो सराहनीय है। इस दौरान कलेक्टर ने केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा बालिकों एवं महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए चलाई जा रही लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं लाड़ली बहना योजना का भी जिक्र किया । कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि विंध्याचल परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा नें अपने उद्बोधन में बालिका सशक्तिकरण अभियान, 2024 की सफलता की शुभकामनाएँ देते हये कहा कि इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण बालिकाओं को हौसले का उचित मंच मिलेगा, जिससे वे अपने सपनों को पूरा करने में सफल होंगी।
इससे पूर्व कार्यक्रम के उदघाटन अवसर पर मुख्य अतिथि कलेक्टर , चन्द्रशेखर शुक्ला, विशिष्ट अतिथि मुख्य मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा एवं अन्य अतिथियों ने द्वीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन विंध्याचल के मानव संसाधन प्रमुख श्री राकेश अरोड़ा नें देते हुये बताया कि बालिका सशक्तिकरण अभियान एनटीपीसी विंध्याचल का पायलेट प्रोजेक्ट था जिसकी शुरुआत वर्ष 2018 में एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना से की गई थी और इसकी सफलता को देखते हुये इस अभियान को एनटीपीसी के सभी परियोजनाओं में संचालित किया जा रहा है। उन्होनें बताया कि इस अभियान के लिए इस वर्ष परियोजना के आसी-पास के 18 शासकीय विद्यालयों की पाँचवी पास 120 बच्चियो को चयनित किया गया है, जिन्हें 4 सप्ताह का आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। श्री अरोड़ा ने बताया कि इन बच्चियों में से सर्वश्रेष्ठ 10 बच्चियों का चयन कर 5 बच्चियों को परियोजना के डीपीएस एवं 5 बच्चियों को डी-पॉल विद्यालयों में प्रवेश दिलाया जाता है और इन बच्चियों की सारी व्यवस्थाएँ एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा मुहैया कराई जाती है। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबन्धक(मानव संसाधन) श्रीमती कामना शर्मा ने किया तथा उप महाप्रबंधक(मानव संसाधन) श्री प्रणव वर्मा ने मुख्य अतिथि कलेक्टर एवं अन्य अतिथियों का आभार ज्ञपित किया ।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व वर्ष की जेम अभियान की ग्रामीण बच्चियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दी गई जिसे मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा सराहा गया।
गैरतलब है कि एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा आज से चार सप्ताह के बालिका सशक्तिकरण अभियान,2024 के दौरान ग्रामीण बालिकाओं को आत्मनिर्भर और शिक्षित बनाने के लिए योग्य प्रशिक्षकों द्वारा शिक्षा, खेल-कूद , योगा,काराटे, हाइजीन, गुड टच, बैड टच सहित विभिन्न विधाओं में पारंगत किया जाएगा।

मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया साम्मानित
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री चंद्रशेखर शुक्ला को विंध्याचल के मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री समीर शर्मा एवं अन्य अतिथियों द्वारा शाल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
विंध्याचल सीएसआर द्वारा आयोजित बालिका सशक्तिकरण अभियान, 2024 के उदघाटन अवसर पर मुख्य रूप से मुख्य महाप्रबंधक(चिकित्सा) डॉ बी सी चतुर्वेदी, महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य, यूनियन एवं एसोसियन के पदाधिकारी, सुहासिनी संघ की पदाधिकारी एवं सदस्याएँ, शासकीय विद्यालयों के शिक्षक, अभिवावकगण एवं ग्रामीण बालिकाएँ उपस्थित रही।

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