स्वतंत्रता के लिए फांसी के फंदे को चूमने वाले क्रांतिकारी हमारे प्रेरणास्रोत : डॉ प्रदीप यादव ।

स्वतंत्रता के लिए फांसी के फंदे को चूमने वाले क्रांतिकारी हमारे प्रेरणास्रोत : डॉ प्रदीप यादव ।

शक्तिनगर ( सोनभद्र)~:  महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, एनटीपीसी परिसर शक्तिनगर सोनभद्र “राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रथम, द्वितीय व तृतीय” के तत्वावधान में शुक्रवार को “काकोरी ट्रेन एक्शन दिवस के 100वीं वर्षगांठ” का शुभारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अन्तर्गत काकोरी ट्रेन एक्शन दिवस पर संगोष्ठी आयोजित हुआ जिसका उद्घाटन परिसर प्रभारी डाॅ० प्रदीप कुमार यादव ने किया। एनएसएस इकाई तृतीय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ० विनोद कुमार पांडेय ने विषय स्थापना के साथ कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में डाॅ० दिनेश कुमार ने काकोरी ट्रेन एक्शन को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक मील का पत्थर बताया और राम प्रसाद बिस्मिल सहित सभी क्रान्तिकारी नायकों के बलिदान को नमन किया। आयोजन में मुख्य वक्ता के रूप में अपने सम्बोधन में डाॅ अविनाश कुमार दूबे ने काकोरी एक्शन दिवस और युवा क्रन्तिकारी संगठन के आजादी के लिए दिये गये योगदान का विश्लेषण किया और इसे एक सराहनीय कदम बताया। अध्यक्षीय सम्बोधन में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एनटीपीसी परिसर प्रभारी डाॅ० प्रदीप कुमार यादव ने वर्तमान युवा पीढ़ी का राष्ट्र निर्माण में योगदान का आह्वान करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के लिए फांसी के फंदे को चूमने वाले क्रांतिकारी हमारे प्रेरणास्रोत हैं।कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ विनोद कुमार पाण्डेय ने ‘काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी वर्ष समारोह को राष्ट्र समारोह के रूप में आयोजन के लिए संकल्प व्यक्त करते हुए शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक उल्ला खां, राजेन्द्र लाहिड़ी और रोशन सिंह के गुनगुनाये गीत ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है अब जोर कितना बाजुएं कातिल में है’ को गुनगुनाकर राष्ट्र के प्रति स्वयंसेवकों की प्रतिबद्धता को ब्यक्त किया। समारोह में सहभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अजय लक्ष्मी ने किया। कार्यक्रम में डॉ रागिनी श्रीवास्तव, डॉ रणबीर प्रताप सिंह, ज्योति, पूनम, विनित, रोहित, अभिषेक, अनिष,पूजा, आदित्य, अविनाश की सहभागिता महत्वपूर्ण रही। इस अवसर पर परिसर में पौधारोपण भी किया गया।

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