350 से अधिक छात्राओं को आत्म रक्षा के लिए किया गया प्रशिक्षित
सिंगरौली ~: पुलिस मुख्यालय की मंशानुसार पुलिस अधीक्षक सिंगरौली श्रीमती निवेदिता गुप्ता के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में केन्द्रीय विद्यालय जयंत में आत्मरक्षार्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वयंसिद्धा आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ मॉ सरस्वती जी का पूजन अर्चन एवं पुष्प अर्पण कर की गई। चौकी प्रभारी जयंत उप निरी. अभिषेक पाण्डेय, सउनि रवि गोस्वामि, प्र.आर. कुणाल सिंह एवं सेल्फ डिफेंस टेक्निकल डायरेक्टर गणेश सिंह, खुशबू साकेत, वंदना प्रजापति, अर्पिता विस्वास अपनी टीम सहित उपस्थित रहे। विद्यालय में उपस्थित लगभग 350 से अधिक छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए।आत्मरक्षा प्रशिक्षण अंतर्गत बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ नित्य प्रतिदिन हिंसा, छेड़छाड़, लूटपाट, दुष्कर्म आदि की अनेकानेक घटनाएं घटित होने की संभावना होने से आत्मरक्षार्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर जूडो, कराटे, मार्शल आर्ट्स इत्यादि का प्रशिक्षण दिया गया।
विद्यालय की छात्राओं ने काफी रुचि लेकर आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया और अपनी बातों को भी सामने रखा। छात्राओं ने आश्वस्त किया कि आज की सिखलाई को सभी के साथ शेयर करेंगी, लगातार अभ्यास कर स्वयं तो सीखेंगे ही और भी पांच लोगों को सिखलायेगे।
क्यों जरुरी है नियमित अभ्यास
आपको नियमित रूप से आत्मरक्षा का अभ्यास क्यों करना चाहिए? आत्मरक्षा कौशल जानना एक बात है और खतरनाक स्थिति आने पर उन्हें कैसे लागू करना है, यह जानना दूसरी बात है। नियमित अभ्यास के बिना, आप अपने द्वारा सीखे गए कौशल के साथ अपनी बढ़त खो देते हैं। नतीजतन, जब आपको खुद का बचाव करने की ज़रूरत होती है तो आप कम पड़ सकते हैं। इसलिए आपको नियमित अभ्यास करने की आवश्यकता है, ताकि आपकी मांसपेशियाँ तैयार रहें, आपमें लचीलापन हो और जब आपको अपने कौशल का उपयोग करने की आवश्यकता हो तो आप संतुलित रह सकें।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सभी जानते है कि सशक्त समाज के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बालिकाओं एवं महिलाओं को उनके साहसी स्वरुप को पहचानने एवं उनको सशक्त बनाने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम लगातार आयोजित किये जायेगें।