संदेहियों से पूछताछ कर रही पुलिस, जल्द हो सकता है मामले का खुलासा
SINGRAULI NEWS : शनिवार शाम सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बड़ोखर में एक मकान के सेप्टिक टैंक में चार लोगों के शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी। देर रात रीवा डीआईजी साकेत पाण्डेय ने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा- सुरेश के कमरे से आपत्तिजनक सामग्री मिलना मामले से अनैतिक संबंध जुड़े होने की वजह दर्शा रहा है।पुलिस को सुरेश के कमरे से खून के धब्बे भी मिले हैं। कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है। पुलिस संदेहियों को अपने कब्जे में लेकर पूछताछ कर रही है। डीआईजी श्री पाण्डेय ने कहा- घटना में मृतकों के करीबी शामिल हो सकते हैं। आशंका है कि नशीला पदार्थ देकर युवकों की हत्या की गई हो। पुलिस उनके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल और घटना के समय मौजूद मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर रही है। वहीं, सिंगरौली एसपी मनीष खत्री ने कहा, प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। हर एंगल पर पुलिस जांच कर रही है। चारों शव पर चोट और संघर्ष के निशान देखे गये हैं। रीवा से फोरेंसिक साइंस एक्सपर्ट डॉ. महेंद्र सिंह भी देर रात सिंगरौली पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल और शवों का परीक्षण किया। सिंह ने कहा- सभी लाशों पर चोट के निशान हैं। नुकीली चीज से सिर और चेहरे पर वार किए गए हैं। शवों पर संघर्ष के निशान ज्यादा नहीं हैं। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि युवक या तो सो रहे थे या बेहोशी की हालत में थे। ऐसी स्थिति में 1 से 2 लोग ही इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए काफी हैं।
ज्ञात हो कि शनिवार शाम सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बड़ोखर में एक मकान के सेप्टिक टैंक में चार लोगों के शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। सूचना के बाद जिले के आला अधिकारी, पुलिस अधिकारी व समेत स्थानीय नेता घटना स्थल पर पहुंच गए थे। वहीं कड़ी मशक्कत के बाद रात्रि करीब 8 बजे जेसीबी की मदद से गड्ढाकर चारों शवों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। इनमें तीन लोगों की कल रात को पहचान कर ली गई थी, वहीं चौथे मृतक की पहचान रविवार सुबह हो सकी है। मरने वालों में मकान मालिक हरिप्रसाद प्रजापति का बेटा सुरेश प्रजापति निवासी जयंत सेक्टर न.3 व अन्य उसके दोस्त एनपीसीसी कॉलोनी जयंत का कारण साहू व उसका साला जोगेंद्र उर्फ पप्पू साहू एवं राकेश कुमार सिंह निवासी दरिया थाना मझौली सीधी हालमुकाम अलंकार के पीछे जयंत के रूप में पहचान हुई। चारों युवकों के शवों को कल रात ट्रॉमा सेंटर में रख दिया गया था। इसके बाद रविवार सुबह सभी का पोस्टमार्टम कराया गया।
रीवा से एफएलएल टीम, साइबर एक्सपर्ट का भी लिया जा रहा सहारा
घटनास्थल पर से साक्षय एकत्रित करने के लिए देर रात रीवा से एफएसएल टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। जिनके द्वारा पूरे घटना स्थल का वीडियोग्राफी कर सूक्ष्म तरीके से साक्ष्य को बटोरने का कार्य देर रात तक जारी रहा। वहीं इस घटना में एक या ज्यादा लोगों के हाथ होने के एंगल पर साइबर एक्सपेक्ट का सहारा लिया जा रहा है।
पुलिस के लिए चुनौती, जांच में जुटे अधिकारी
साल के शुरुआत में ही जिले में सामूहिक हत्या का यह मामला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। जिसे पूरा करने के लिए पुलिस के सभी अधिकारी जुटे हुए हैं। एक और जहां मामले के खुलासे के लेकर पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री द्वारा कई टीमें गठित की गई हैं। वहीं इस घटना के खुलासे के लिए अनुविभागीय अधिकारी मोरवा कृष्णा कुमार पाण्डेय कल रात से ही बरगवां में डटें हैं। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल दो लोगों के सर पर चोट के निशान साफ देखे जा सकते हैं। पुलिस हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है।
कुछ को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैढ़न क्षेत्र के दो से तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बहुत संभव है कि इस घटना में तीन से चार लोग शामिल हो सकते हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि बहुत जल्द इस मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।