आप सभी को बता दे विधानसभा चुनाव से पहले, विपक्षी नेता लगातार सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख रहे हैं, दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि जनता के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या आपकी पार्टी के नेताओं द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करना भू-माफिया की श्रेणी में आता है-

Digvijaya Singh/CM Shivraj singh Chouhan : विधानसभा चुनाव से पहले, विपक्षी नेता लगातार सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख रहे हैं। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा पोषित भू-माफिया द्वारा भोपाल जिले के वार्ड क्र. 84 के पार्षद पति वीरेन्द्र सिंह मारण और उनके परिजनों द्वारा अवैध रूप से अधिग्रहण की गई शासकीय भूमि को मुक्त कराने की मांग की है, साथ ही दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
ये आरोप बीजेपी पार्षद के पति पर लगाए गए हैं
अपने पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बताया कि भोपाल जिले के स्थानीय निवासियों ने मुझसे एक सामान्य भेंट के दौरान बताया कि 18.12.2022 को डॉ. अम्बेडकर वार्ड, वार्ड संख्या 26 में एक भूमिपूजन समारोह में आपके द्वारा नीलबढ़ से लेकर पूरे मध्यप्रदेश में 23 हजार एकड़ की शासकीय भूमि को भू-माफियाओं से मुक्त कराने की घोषणा की गई थी। जनता में यह प्रश्न उठ रहा है कि क्या आपकी पार्टी के नेताओं द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा भू-माफिया नहीं हैं?
वे आगे लिखते हैं कि स्थानीय लोगों ने बताया है कि भारतीय जनता पार्टी के वार्ड नंबर 84 के पार्षद पति वीरेन्द्र सिंह मारण और उनके परिवार ने खसरा नंबर 150 पर लगभग 150 करोड़ रुपये की शासकीय भूमि, जो शासन द्वारा गोहा और खसरा नंबर 141 पर चारागाह के नाम पर दर्ज की गई है। मारण और उनके रिश्तेदारों द्वारा सरकारी सुरक्षा के कारण इस जमीन पर दुकाने, पेट्रोल पंप, मार्केट और अन्य संपत्तियां बनाई गई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर राज्य के मुख्यमंत्री वास्तव में माफियामुक्त राज्य की इच्छा रखते हैं, तो वे अपनी पार्टी के भू-माफिया पर भी कार्रवाई करेंगे, अन्यथा उनकी बातें और व्यवहार में अंतर होगा।
सरकारी जमीन को मुक्त करना और दोषियों पर कार्रवाई करना
दिग्विजय सिंह ने लिखा, “अतः मेरा आपसे अनुरोध है कि आपकी पार्टी के पोषित भू-माफिया भोपाल जिले के वार्ड क्र. 84 के पार्षद पति वीरेन्द्र सिंह मारण और उनके परिजनों द्वारा अवैध रूप से अधिग्रहण की गई शासकीय भूमि को मुक्त कराने और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए संबंधित को समुचित निर्देश देने का कष्ट करें।”