भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जल्द जारी कर सकती है। पार्टी सूत्रों पर यदि भरोसा करें तो यह सूची 25 अगस्त के बाद कभी भी जारी हो सकती है।
उम्मीदवारों की दूसरी सूची में विंध्य की 4 सीटों समेत प्रदेश की 60 से ज्यादा विधानसभा सीटें शामिल हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि हाल ही में भाजपा ने 39 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी जिसमें विंध्य से भी दो प्रत्याशियों के नाम शामिल थे। विंध्य के रीवा संभाग के सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा और शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ विधानसभा सीट शामिल थी।
माना जा रहा है कि दूसरी सूची में विंध्य के दो संभागों रीवा और शहडोल के तीन जिलों सतना, सीधी एवं अनूपपुर की चार विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हो सकती है।
विंध्य की जिन चार सीटों में उम्मीदवार घोषित किए जाने का अनुमान लगाया जा रहा है उनमें चारों विधानसभा सीटों में से तीन सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं जबकि एक सीट पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है, जबकि 2018 के विधानसभा चुनाव में भी यह सीट कांग्रेस के पास थी। उपचुनाव में अनूपपुर विधानसभा सीट से बिसाहूलाल सिंह भाजपा से चुनाव जीते थे। मौजूदा समय में वे राज्य सरकार में मंत्री हैं।
आकाक्षी सीटों पर प्रत्याशियों की होगी घोषणा
पार्टी सूत्रों के मुताबिक विंध्य की जिन चार सीटों में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा किए जाने की संभावना जताई जा रही है.
उनमें सतना की सतना विधानसभा, सीधी जिले की सिहावल विधानसभा और अनूपपुर जिले की अनूपपुर और कोतमा विधानसभा सीट शामिल है। तीन सीटों में 10 हजार तो एक सीट में 30 हजार से ज्यादा मतों से हारी थी पार्टी 2018 के विधानसभा चुनाव (assembly elections) परिणामों की यदि बात करें तो भारतीय जनता पार्टी ने विंध्य में जहां 24 सीटों पर विजय हासिल की थी वहीं कांग्रेस को 6 सीटों पर विजय मिली थी,
इन 6 सीटों में से 4 सीटें जिनमें माना जा रहा है कि जल्द भाजपा अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है उनमें से तीन सीटें ऐसी हैं जिनमें पार्टी को 10 हजार से ज्यादा मतों से पराजय का सामना करना पड़ा था जबकि सीधी जिले की सिहावल विधानसभा सीट में भाजपा उम्मीदवार को 30 हजार से ज्यादा मतों से हार का सामना करना पड़ा था।
जिले में चार सीटें आकांक्षी विधानसभा
2018 के विधानसभा चुनाव (assembly elections) की बात करेंतो उस चुनाव में भाजपा को प्रदेश में 121 सीटों पर पराजय का सामना करना पड़ा था। साल के अंत में होने जा रहे चुनाव के लगभग एक – डेढ़ साल पहले पार्टी ने प्रदेश में 103 विधानसभा सीटों को आकांक्षी विधानसभा सीटों के रूप में चिन्हित कर उन्हें जीतने के लिए उनमें विशेष रणनीति के तहत प्रभारी बनाकर काम शुरू किया था।
जिले की 7 में से 4 विधानसभा सीटें भी इन्हीं आकांक्षी विधानसभा सीटों में शामिल हैं। पार्टी ने जिले में सतना, मैहर, रैगांव और चित्रकूट को आकांक्षी विधानसभा के रूप में चिन्हित किया था। पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में आकांक्षी विधानसभा सीट चित्रकूट से सुरेन्द्र सिंह गहरवार को उम्मीदवार बनाया है।
सतना सीट के प्रत्याशी की भी हो सकती है घोषणा
अगर तय फार्मूले के हिसाब से ही चला तो अब दूसरी आकांक्षी विधानसभा सीट सतना से प्रत्याशी के नाम की घोषणा की जा सकती है। 25 अगस्त के बाद भाजपा की आ रही उम्मीदवारों के नामों की दूसरी सूची में सतना से किसे उम्मीदवार बनाया जाएगा इसके भी नाम की घोषणा की जा सकती है।
हालांकि मैहर और रैगांव भी आकांक्षी विधानसभा सीट के रूप में चिन्हित हैं ऐसे में एक संभावना यह भी है कि दावेदारों की लम्बी फौज को देखते हुए सतना में यदि कोई पेंच फसती है तो जिले में मैहर और रैगांव में भी से किसी एक सीट में भी भाजपा अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर सकती है।