गंगा की तेज धारा में कट रहा स्पर के नोज का पूर्वी हिसा,बचाव में लगा विभाग
बलिया ब्यूरो चीफ अनिल सिंह
बलिया – एक वर्ष भी नहीं झेल सका लगभग 11,37 करोड़ रुपए से की लागत से रामगढ़ में बनाया गया बाढ़ विभाग द्वारा कटान रोधी कार्य से बना स्पर । अगले साल ही स्पर के नोज का पूरब साइड के कोना का कुछ हिसा गंगा के कटान से धराशाही हो गया था । लेकिन बाढ़ बिभाग के अधिकारियों ने उसे हल्के में लिया । और पार्को पाइन बिधि से कार्य करके कटान रोकने का प्रयास किया । लेकिन वह जल्द ही गंगा की बाढ़ में धरासायी हो गया । और गंगा की बैक रोलिंग और उफनती तेज लहरे फिर उसी मोड़ पर स्पर के नोज से तेजी से टकराकर कटान सुरु कर दिया । अब विभाग के हाथ पांव फूलने लगे है । और जैसे तैसे विभाग के अधिकारी दिन रात स्पर का नोज बचाने में जुट गए है । कहि रामगढ़ का डेंजर प्वाइंट ना बन जाय 27,500 किमी पर बना स्पर का नोज ।
पिछले तीन दिनों से लगातार रात दिन बचाव कार्य में लगे बाढ़ विभाग के अधिकारी सुबह 6 बजे से रात्रि 12 बजे तक फ्लड फाइटिंग के तहत स्थानीय ठेकेदारों , मजदूरों के सहयोग से स्पर बचाने में लगे हुए है ।लेकिन बचाव कार्य करने के पश्चात भी स्पर की पूर्ण सुरक्षा का स्थायी समाधान नहीं दिख रहा है।
पिछले 3 दिनों से लगातार स्पर के नोज का कटान रोकने के लिए मिटटी भरी हजारों बोरियों को जाली में डालकर गिराया गया लेकिन कोई लाभ नहीं दिखा रहा है । तब जाकर विभाग द्वारा गुरुवार से स्थानीय ठेकेदारों की मदत से बोल्डर गिराकर जाली में डालकर पानी मे गिराया जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्या बिभाग इसी दिन का इंतेजार कर रहा था। कि कब कटान सुरु हो कि जल्दी फ्लड फाइटिंग के तहत बचाव कार्य कराकर स्थानीय ठेकेदारों संग लाखों सरकारी धन का बंदरबाट किया जा सके ।
स्थानीय तटवर्तीय लोगों का यह भी कहना है कि अगर समय रहते इस स्पर का सही ढंग से कार्य किया गया होता तो आज यह नोबत कटान की नही होती ।