
पत्रकारों की जागरुकता समाज व देश हित मे – डा रमापति राम त्रिपाठी
पडरौना (कुशीनगर )पत्रकारों की जागरूकता लोक तन्त्र के लिए हितकर है । और रहेगा! बिना रोक टोक की देश हित की बाते प्रत्यक्ष होती है! :जिससे समाज को नयी दिशा मिलती है! समाज बसुधैव कुटुम्बकम की राह पर चल कर विकास के पथ पर चलता है! पत्रकारिता के मूल्य भी कायम रहते है!
उक्त बाते भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व सांसद डा रमापति राम त्रिपाठी ने पडरौना नगर मे ग्रापए उत्तर प्रदेश के 36 वे प्रान्तीय सम्मेलन के सम्मान व समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहे !
इसके पूर्व कुशीनगर तथा प्रदेश के पत्रकारों ने सम्मेलन मे अपने बिचार रखे जो समसामयिक समस्याओं पर चर्चा की! जिससे छनकर आयी बातो को विधायक व सांसदो ने ग्राह्य किया उन समस्याओं के प्रति जगरूकता दीखाई! विधायक विवेकानंद पाण्डेय ने पत्रकारों की समस्या सदन मे रखने की बात कही ताकि ग्रामीण पत्रकारों को सुरक्षा मिले और सुविधाएं भी! इसी समस्या को विधायक मोहन वर्मा, व विनय प्रकाश गोण्ड ने दोहराई! विधायक पी यन पाण्डेय ने ग्रामीण पत्रकारों को पत्रकारिता का स्तम्भ कहा और तत्सम्बन्धी सुविधा हेतु प्रयास का आश्वासन दिया!
वही प्रथम सत्र के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि सांसद विजय कुमार दूबे ने पत्रकारों के दु:ख दर्द मे सहभागी बनने की बात कही तथा प्रदेश व भारत सरकार से हर सुविधा के लिए पुरजोर कोशिश करने की बात कही! उन्होंने पूरे प्रदेश से आये पत्रकारों का कुशीनगर की धरती पर स्वागत किया! स्थानीय विधायक मनीष जायसवाल ने पत्रकारों के हित की सदन मे रखने की बात कही!
इसके पूर्व वक्ताओं ने पत्रकारों की सुरक्षा, चिकित्सीय सुबिधा, तहसील व ब्लॉक स्तर पर मान्यता, प्रदेश की समितियों मे ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के सदस्य को निमित्त करने, दुर्घटना मे मृत पत्रकार को पचीस लाख की धनराशि मुहैया कराने की बात उठी! प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार ने संगठन द्वारा पत्रकार हित मे किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया तथा तहसील व ब्लॉक स्तर की सुविधा युक्त मान्यता, सुरक्षा, प्रदेश की मान्यता समिति मे ग्रा प ए का प्रतिनिधित्व की बात कही!
मर्यादा पुरुषोत्तम के पद रज से सनी, तथागत तथा भगवान महावीर जैन के निर्वाण रज कण से अभिषिक्त, सदानीरा के थपेड़ों से अभिसिंचित क्रांति की प्रतीक पडरौना की धरती पर प्रदेश स्तरीय ग्रामीण पत्रकारों का यह सम्मेलन स्वयं मे ऐतिहासिक रहा तथा पत्रकारों को एक दिशा दे गया!
आयोजक मण्डल के मुखिया शैलेश उपाध्याय व निर्देशक ओमप्रकाश द्विवेदी तथा तहसील अध्यक्ष हरिशंकर चौबे, फणेनदर पाण्डेय, पारस नाथ पाण्डेय, गुरू दत्त गिरि, कृष्ण मोहन, महेंद्र पाण्डेय की टीम भावना से किया गया कार्य सराहनीय रहा!