सीनियर सिटीज़न्स सेविंग्स स्कीम में देखा जाए तो खाता खुलवाने को लेकर आपकी आयु सीमा 60 साल होना अहम माना जाता है। 60 साल या उससे ज्यादा आयु के लोग ही इस स्कीम में खाता खुलवा सकते हैं। इसके अलावा जिन लोगों ने VRS, यानी Voluntary Retirement Scheme ले रखी है वह लोग भी इस स्कीम में खाता खुलवा सकते हैं।
अगर सीनियर सिटीजंस स्कीम में आप एक मुश्त 10 लाख रुपए का निवेश करना चाहते हैं तो सालाना 7.4 फीसदी (कंपाउंडिंग) की ब्याज दर के हिसाब से देखा जाए तो 5 साल बाद यानी मेच्योरिटी पर निवेशकों को कुल रकम 14,28,964 रुपए होने जा रही है यानी 14 लाख रुपए से अधिक है। यहां आपको ब्याज के रूप में 4,28,964 रुपए का फायदा लिया जा रहा है।
इस स्कीम में बात करें तो खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम राशि 1000 रुपए हो गई है। इसके अलावा इस खात में आप अधिकतम 15 लाख रुपए से ज्यादा नहीं रखा जारहा है। इसके अलावा अगर आपकी खाता खुलवाने को लेकर रकम एक लाख रुपए से कम है तो आप नकद पैसे देकर भी खाता खुलवाया जा सकता है। वहीं, एक लाख रुपए से अधिक देखा जाए तो खाता खुलवाने के लिए आपको चेक देना होता है।
टैक्स की बात करें तो अगर SCSS के तहत देखा जाए तो आपकी ब्याज राशि 10,000 रुपए सालाना से काफी अधिक होती है तो आपका TDS कटना शुरु हो जाता है। हालांकि इस स्कीम में इन्वेस्टमेंट पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत छूट मानी जा रही है।
SCSS का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल किया गया है, लेकिन अगर निवेशक चाहें तो इस समय सीमा को बढ़ाया भी जा रहा है। इंडिया पोस्ट वेबसाइट के अनुसार, आप मैच्योरिटी के साथ इस स्कीम को 3 साल के लिए बढ़ा दिया जा सकता है। इसको बढ़ाने के लिए आपको पोस्ट ऑफिस में जाकर आवेदन करने की जरुरत होती है।
SCSS के तहत बात करें तो डिपॉजिटर इंडीविजुअली या अपनी पत्नी/पति के साथ ज्वॉइंट में एक से ज्यादा अकाउंट भी रखा जा सकता है। लेकिन सभी को मिलाने के बाद मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट 15 लाख से ज्यादा नहीं किया जा सकता है। खाता खोलने और बंद करवाने के समय नॉमिनेशन फैसिलिटी उपलब्ध करवाया गया है।