
SINGRAULI NEWS:परियोजना ने किया ब्लैकलिस्ट , ट्रांसपोर्टर ने मजदूरों की रोकी मजदूरी
SINGRAULI NEWS: पिछले दिनों एनसीएल की एक परियोजना से अवैध रूप से कोयला परिवहन के मामले एनसीएल सिक्योरिटी ने कार्रवाई करने हुए ट्रांसपोर्ट कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है.
SINGRAULI NEWS:सिंगरौली जिले में मौजूद एनसीएल कंपनी के परियोजनाओ में कोयला ट्रांसपोर्ट करने वाले ट्रांसपोर्टर की मनमानी एवं परियोजनाओं से निकलने वाले कोयले के अवैध ट्रकों की कहानी रह रह कर सामने आती रहती है । सिंगरौली जिले की खदानों से निकलने वाला कोयला बेख़ौफ़ होकर चोरी कर बनारस की चांदासी मंडी बेचे जाने का कई मामला सामने आ चुका है.
कई अवैध रूप से कोयला परिवहन करने वाले ट्रकों को उत्तर प्रदेश प्रशासन से करवाई कर जप्त किया ।कुछ ट्रांसपोर्टर की कार्यशैली पर सवालिया निशान हमेशा से खड़े होतें रहें हैं । बावजूद करवाई के एनसीएल प्रबन्धन मामले में चुप्पी साधे रहता है।
जानें पूरा मामला
कंपनी सूत्र बताते हैं कि विगत कुछ दिनों पूर्व में एनसीएल जयंत परियोजना में कार्यरत बाला जी मिनरल प्राइवेट लिमिटेड को परियोजना प्रबंधन ने ब्लैकलिस्ट कर दिया । संबंधित मामले में आरोप है कि जयंत कोयला खदान में कार्यरत बालाजी मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा गलत तरीके से कोयले का परिवहन करते वाहनों को एनसीएल जयंत सिक्योरिटी ने पकड़ा था संबंधित मामले में कार्रवाई करते हुए एनसीएल प्रबंधन जयंत की तरफ से बालाजी मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड को परियोजना से ब्लैक लिस्ट कर दिया गया.
एक तरफ एनसीएल प्रबंधन की तरफ से बालाजी मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई हुई तो दूसरी तरफ विगत कई माह से बालाजी मेटल्स प्राइवेट लिमिटेड में कार्य कर रहे मजदूरों की मजदूरी पर भी ग्रहण लग गया कंपनी के द्वारा मजदूरों को अब मजदूरी का भुगतान करने से मना किया जा चुका है ऐसे मेंबर्स दूर अब दर बदर की ठोकरें खाने को मजबूर हो चले हैं।
अन्य परियोजना में कार्यरत है बालाजी मिनरल्स
एनसीएलटी जयंत परियोजना से ब्लैक लिस्ट हुए बालाजी मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को भले ही जयंत परियोजना ने ब्लैक लिस्ट कर दिया है परंतु प्राप्त जानकारी के अनुसार बालाजी मेटल्स प्राइवेट लिमिटेड वर्तमान में एनपीएस की खड़िया परियोजना में कार्यरत है एवं कंपनी के द्वारा बदस्तूर अभी भी कोयला परिवहन का कार्य किया जा रहा है ऐसे में सवाल यह उठता है.
कि जब एक परियोजना में गलत कार्यों में लिप्त पाए जाने से एक परियोजना ने कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है तो कंपनी की अन्य परियोजना में यह कंपनी अभी भी कार्यरत है तो क्या आने वाले समय में संबंधित कंपनी के द्वारा इस तरह से कार्य को अंजाम नहीं दिया जाएगा ? दूसरा महत्वपूर्ण सवाल यह भी निकल कर सामने आ रहा है कि कंपनी में कार्यरत मजदूरों का भुगतान आखिरकार अब कौन करेगा।