
SINGRAULI NEWS:गरीबों के आवास पर रईसों का कब्जा अनियमिताओं के साये में प्रधानमंत्री आवास
SINGRAULI NEWS: भारत की गरीब एवं असहाय जनता को सर पर छत दिलाने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई योजना में बिचौलियों एवं दलालों की चांदी हो गई है दरअसल गरीब तबके के इंसान को घर का सपना पूर्व की सरकारों ने दिखाया था जिस पर पूर्व की सरकारों के द्वारा इंदिरा आवास योजना का शुभारंभ किया गया था .
कांग्रेस के कार्यकाल में शुरू हुई इस योजना की रफ्तार बेहद धीरे थी तो वही वर्तमान समय की मोदी सरकार ने संबंधित योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर योजना को गति देने का प्रयास किया है.
जिस पर वर्तमान सरकार के द्वारा व कायदा निगरानी रखी जा रही है फिर चाहे नगरीय क्षेत्र हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र गरीब जनता को आवास मुहैया कराया जा रहा है शासन की इस महत्वकांक्षी योजना से गरीबों का भला होना सुनिश्चित था परंतु संबंधित योजना की शुरुआत से योजना पर बिचौलियों के द्वारा ग्रहण लगा दिया गया ऐसे गरीब जो खुद के मकान का सपना देख रहे थे
उन्हें बिचौलियों एवं सरकारी तंत्र की सांठगांठ से उनके सपने को सपना ही रहने दिया ताजा उदाहरण सिंगरौली जिले के नगर निगम क्षेत्र में स्थित प्रधानमंत्री आवास (prime minister’s residence) में गरीबों के हक पर सेंधमारी करते हुए कई अपात्र लोगों को मकान प्रदान कर दिया गया संबंधित मकान देने के बाद भी जब इस पूरे मामले में मामले का खुलासा हुआ तो प्रशासनिक तंत्र हरकत में आने के बाद आनन-फानन में पुलिस के समक्ष प्रकरण पंजीबद्ध करने का आवेदन पत्र प्रस्तुत कर दिया गया परंतु इस मामले में अब तक कोई भी ठोस कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है।
prime minister’s residence गरीबों के आवास पर रईसों का कब्जा
SINGRAULI जिले के नगर निगम क्षेत्र के गनियारी में स्थित प्रधानमंत्री आवास बनकर तैयार हो गए हैं तो वहीं कई मकान अभी भी निर्माणाधीन है जिन मकानों में कार्य पूरा हो गया उन्हें लोगों को प्रदान किया जा रहा है संबंधित प्रधानमंत्री आवास हमेशा से सुर्खियों में बने रहते हैं
संबंधित मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार भारी रूप से अनियमितता करते हुए कई अपात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास (prime minister’s residence)प्रदान कर दिया गया है एवं इस पूरे मामले पर नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को कोई जानकारी ना हो ऐसा तो बिल्कुल भी नहीं है विगत वर्ष या पूर्व में जिन हितग्राहियों के द्वारा प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया गया था उनमें से कुछ अभी भी चक्कर लगाने को ही मजबूर हैं एवं बहुत से ऐसे भी मकान है जहां पर हितग्राही के द्वारा मकान प्राप्त कर संबंधित मकान को किराए पर दे दिया गया है.
किराए पर रहने वाले लोगों के द्वारा एवं प्रधानमंत्री आवास में रहने वाले रहवासियों में अधिकतर लोग प्रधानमंत्री आवास की पात्रता ही नहीं रखते हैं तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर कार इन लोगों को कैसे यह मकान उपलब्ध करा दिया गया और नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी इस पूरे मामले पर हाथ में हाथ धरे आखिरकार कैसे बैठे रह गए ऐसे बहुत से सवाल जैन में उतर रहे हैं परंतु इन सारे सवालों पर बात करने के लिए नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी तैयार भी नहीं है.
prime minister’s residence कई बार उठ चुकी है जांच की मांग
सिंगरौली जिले के जिला मुख्यालय के नगर निगम क्षेत्र में स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना पर बिचौलियों के द्वारा बड़े पैमाने पर सेंधमारी की गई है अपात्र लोगों को मकान देने के मामले में कई बार यह मामला प्रकाश में आ चुका है संबंधित मामले के प्रकाश में आने के बावजूद भी नगर निगम एवं जिला प्रशासन इस संबंधित मामले में कोई भी ठोस एवं उचित पहल करता दिखाई नहीं पड़ रहा है।
वर्तमान समय में एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी की नेत्री रानी अग्रवाल वर्तमान नगर निगम सिंगरौली महापौर के पद पर विराजमान है तो वहीं दूसरी तरफ नगर निगम (municipal Corporation)अध्यक्ष के पद पर भाजपा नेता एवं वर्तमान नगर निगम अध्यक्ष देवेश पांडेय विराजमान है वर्तमान समय में संचालित होने वाली मेयर इन काउंसिल की बैठक सहित परिषद की बैठक में इस पूरे मामले पर अभी भी किसी भी नेता ने बात करना उचित नहीं समझा है.
फिलहाल राजनीतिक दलों के विभिन्न नेताओं का अपना अलग तक है परंतु नगर निगम में होने वाली परिषद की बैठक में जो घमासान निकल कर सामने आता है इस पूरे घमासान में सिर्फ आरोप और प्रत्यारोप का दौर चलता रहता है इस आरोप-प्रत्यारोप के दौर में गरीबों के हक की बात कोई भी दल नहीं कर पा रहा है और शायद इसकी प्रमुख वजह सिर्फ राजनीतिक दलों की राजनीति प्रमुख कारण है।