देश

2025 तक टीबी मुक्त होगा भारत,चलेगा देशव्यापी जागरूकता अभियान

चलेगा देशव्यापी जागरूकता अभियान केंद्र सरकार के प्रयासों से 2025 तक टीबी मुक्त होगा भारत

केंद्र सरकार (Central government) ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान (निक्षय मित्र पहल) के तहत देश को टीबी मुक्त करने के लिए व्यापक अभियान चला रही है।

इसके अंतर्गत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने टीबी के संबंध में जागरूकता संदेशों वाले 75 ट्रकों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना गया।

ये ट्रक निक्षय योजना में सक्रिय सहायता दे रहे अपोलो टायर्स फाउंडेशन ने प्रदान किए हैं। ये ट्रक टीबी मुक्त भारत के संदेश के साथ राज्यों की यात्रा करेंगे। इन अवसर पर उन्होंने बताया कि समूचा राष्‍ट्र क्षय रोग के उन्मूलन की दिशा में कार्य करने के लिए जनभागीदारी की भावना से उत्साहित और संगठित है।

2025 तक टीबी मुक्त होगा भारत

संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों के अनुसार सभी देशों ने 2030 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य तय किया है, लेकिन भारत सरकार (Indian government) ने वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है और इस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।

केंद्र सरकार टीबी मुक्त भारत अभियान (PPT BAMBA) के तहत सामुदायिक जुड़ाव पर विशेष जोर दे रही है साथ ही क्लिनिकल सपोर्ट के लिए रोगियों को “निक्षय मित्र” पहल के तहत गोद लेने के लिए निरंतर प्रोत्साहित कर रही है।

साझा प्रयासों से टीबी से मिलेगा छुटकारा

केंद्र सरकार प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और इस अभियान को जन-आंदोलन बनाने की पुरजोर कोशिशों में जुटी हुई है। दरअसल, नागरिकों की युद्ध स्तर पर जनभागीदारी की भावना से टीबी उन्मूलन की दिशा में सामूहिक रूप से काम कर इस बीमारी पर जल्द विजय पाई जा सकती है और भारत को 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी का इलाज नि:शुल्क

सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर इसका इलाज नि:शुल्क उपलब्ध है। केवल इतना ही नहीं भारत में टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए वैक्सीन पर भी कार्य किया जा रहा है। यदि टीबी को समाप्त करने के लिए भारतीय वैक्सीन कामयाब होती है.

तो संभवत: भारत को टीबी की बीमारी से जल्द मुक्ति मिल जाएगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत सामुदायिक जुड़ाव पर विशेष जोर दिया जा रहा है, व्यक्तियों व संगठनों को पोषण और अन्य सहायता के लिए रोगियों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

समुचित सहायता उपलब्ध करा रही केंद्र सरकार

केंद्र सरकार राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में दवा प्रतिरोधी टीबी सहित टीबी रोगियों को मुफ्त दवाओं और निदान का प्रावधान, स्क्रीनिंग और उपचार सेवाओं को विकेंद्रीकृत करने के लिए स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ कई उपाय कर रही है। इसके अलावा टीबी उन्मूलन के लिए वैश्विक स्तर पर भी प्रयास किए जा रहे है।

सरकार अभी तक टीबी शोध में काफी निवेश कर चुकी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (medical research) और इंडिया ट्यूबरक्लोसिस रिसर्च कंसोर्टियम संयुक्त रूप से निदान, चिकित्सा विधि, टीके और अन्य ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अगली पीढ़ी के शोध कर रहे हैं। केवल इतना ही नहीं भारत सरकार 5 लाख भारी-भरकम नमूनों के साथ विश्व का सबसे बड़ा राष्ट्रीय टीबी प्रसार सर्वेक्षण करा चुकी है।

टीबी रोगियों की सहायक बनी निक्षय योजना

पीएम मोदी ने 2025 तक भारत से टीबी उन्मूलन का आह्वान के अनुरूप केंद्र सरकार की निक्षय योजना के तहत पोषण संबंधी सहायता और अन्य माध्यमों से 10 लाख से अधिक टीबी रोगियों की सहायता कर कर रही है।

इसके साथ ही नि-क्षय2.0 पोर्टल (https://nikshay.in/) टीबी रोगियों के उपचार के परिणामों में सुधार लाने, 2025 तक टीबी उन्‍मूलन की भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने में समुदाय की भागीदारी बढ़ाने और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अवसरों का लाभ उठाने के लिए अतिरिक्त रोगी सहायता प्रदान करेगा।

SDG 2030 से पांच साल पहले पूरा होगा लक्ष्य

इस मौके पर डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि SDG 2030 लक्ष्य से पांच साल पहले देश में टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। केंद्र सरकार की निक्षय योजना के तहत कॉरपोरेट्स, गैर-सरकारी संगठन, जनप्रतिनिधि टीबी उन्मूलन लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निक्षय मित्र न केवल टीबी रोगियों को वित्तीय और पोषण संबंधी सहायता प्रदान करते हैं बल्कि निक्षय मित्र पोर्टल पर व्यक्तिगत रूप से उनके साथ जुड़कर उनका समग्र कल्याण सुनिश्चित करते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button