
Collector Saket Malviya की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में कलेक्टर श्री मालवीय ने जल जीवन मिशन के प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए हैं कि सभी निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण होने चाहिए। इसके साथ ही कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण किया जाए जिससे नागरिकों को समय पर पीने के लिए पानी उपलब्ध हो सके।
Collector ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों को ग्रामों के अनुसार विकसित किया जाए। ग्राम स्तर पर एक्शन प्लान तैयार कर मॉडल टाउन के रूप में विकसित किया जाए जिससे गांव के दूर-दराज अंचलों और मजरे टोले तक पेयजल की समुचित व्यवस्था की जा सके।
उन्होंने कहा कि इसके लिए पर्याप्त घरेलू नल कनेक्शन की स्थाई व्यवस्था कराई जाए। योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए ग्राम स्तर पर बैठकें आयोजित करें। उन्होंने निर्देशित किया है कि खण्डस्तरीय समिति द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में आमजनों की परेशानियों को ग्राम स्तर पर ही निराकृत करें।
Collector कलेक्टर द्वारा सभी संविदाकारों को सख्त निर्देश दिए गए कि कार्यों को गुणवत्ता पूर्ण एवं समय-सीमा में पूर्ण करे। इसमें यदि कोई समस्या आ रही है तो उसके सम्बन्ध में वरिष्ठ अधिकारियों को संज्ञान में लाए और संबंधित विभागों के अधिकारियो से साथ पीएचई के अधिकारी संवाद बनाए रखें।
कलेक्टर द्वारा ईई पीएचई को निर्देशित किया गया है कि 52 पूर्ण कार्यों का सत्यापन करा लें और 57 प्रगतिरत कार्यों को 30 मार्च तक पूर्ण करें। साथ अप्रैल में होने वाले कार्यों का जानकारी कलेक्टर कार्यालय भेजें।
Collector द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में नल जल के माध्यम से जो पेयजल की व्यवस्था की गई उसका सत्यापन कर व्यवस्थित कर लें। कलेक्टर ने कहा कि जो भी सड़कें ठेकेदार द्वारा कार्य के दौरान तोड़ी गई हैं उसकी मरम्मत का काम भी पूरा कर लें।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल धोटे, उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी संजय पाण्डेय, जिला समन्वयक प्रमोद दुबे, उपयंत्री एवं योजनाओं से संबंधित ठेकेदार उपस्थित रहे।