जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में मनाया गया संविधान दिवस
बलिया ब्यूरो चीफ अनिल सिंह
बलिया।”संविधान दिवस” के उपलक्ष्य में विश्व विद्यालय के प्रशासनिक सभागार” में विषय-“भारत : लोकतंत्र की जननी” पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर कल्पलता पांडेय ने की। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व कुलपति, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रोफेसर पृथ्वीश नाग जी तथा मुख्य वक्ता के रूप में अधिष्ठाता, सामाजिक विज्ञान संकाय, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया, प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत में असिस्टेंट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग, डॉ मनोज कुमार ने सभी अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया। उसके पश्चात डॉ रजनी चौबे ने संक्षिप्त रूप से कार्यक्रम की रूपरेखा सम्मानित अतिथियों के सामने प्रस्तुत की। तत्पश्चात मुख्य वक्ता प्रोफ़ेसर अशोक कुमार सिंह जी ने लोकतंत्र की स्थापना को वैदिक युग से लेकर वर्तमान समय की परिस्थितियों तक विस्तार से चर्चा किया।
आपने बताया कि विश्व व्यवस्था में किस प्रकार भारतीय लोकतंत्र एक अनूठा लोकतंत्र के रूप में स्थापित हुआ है और विश्व पटल अपनी अनूठी पहचान को प्रदशिर्त कर रहा है। इसके पश्चात मुख्य अतिथि प्रोफेसर पृथ्वीश नाग जी ने भारत और उसके पड़ोसी देशों की सीमाओं से संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताने का कार्य किया,
आपके द्वारा भारत के अन्य सभी पड़ोसी देशों और उनके बीच में सीमाओं से संबंधित छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी समस्याओं के विषय में विस्तार से चर्चा किया गया, आपके द्वारा दिए गए वक्तव्य से उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों और छात्र-छात्राओं को विशेष लाभ प्राप्त हुआ।
तत्पश्चात माननीय कुलपति महोदया जी ने संपूर्ण तथ्यों को सम्मिलित करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि भारत का संविधान एक अनूठा संविधान है और इसमें सभी के लिए समान अधिकारों की, खासकर महिलाओं के लिए विशेष अधिकारों की व्यवस्था की गई है।
आपके वक्त से पहले बच्चों ने प्रश्न पूछे, उसमें भी माननीय कुलपति महोदया ने बच्चों को आगे बढ़कर, खासकर छात्राओं को आगे बढ़कर प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित किया, आपने अपने वक्त में भारतीय संविधान में वर्णित मूल कर्तव्य, मूल अधिकार और संविधान की प्रस्तावना पर विस्तार से चर्चा की।
उसके पश्चात उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों तथा छात्र-छात्राओं ने सभागार में खड़े होकर भारत की प्रस्तावना की प्रतिज्ञा ली। यह प्रतिज्ञा राजनीति विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉक्टर रजनी चौबे ने दिलाई।
अंत में राजनीति विज्ञान विज्ञान विभाग, के असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉक्टर छबिलाल ने सभी गणमान्य अतिथियों और सभागार में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग, डॉक्टर अनुराधा राय के द्वारा किया गया।