SINGRAULI NEWS : जिले के पंचायत विभाग के संविदा कर्मचारियों का दो माह से वेतन नहीं मिला है। जिसके कारण उनके समक्ष आर्थिक परेशानी खड़ी होनी शुरू हो गई है। रोजगार सहायकों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहाकि मार्च से पहले मानदेय आया था।
इसके बाद मानदेय नहीं आया। इसी बीच लोकसभा का मतदान कराना पड़ा। जिसमें घर-घर जाकर मतदाताओं को जागरूक करने के साथ ही मतदान स्थलों पर व्यवस्था करना था। प्रतिदिन कई किलोमीटर बाइक दौड़ानी पड़ती थी। जिसमें हजारों रूपये का पेट्रोल खर्च हो गया। इसके अलावा नया शिक्षा सत्र शुरू होने के कारण बच्चों का एडमिशन कराना पड़ रहा है। यह सारे खर्च रिश्तदारों व अन्य परिचितों से कर्ज लेकर पूरा किया जा रहा है लेकिन शासन द्वारा दो माह का मानदेय अब तक नहीं दिया जा सका है।
उधर मानदेय न मिलने से उपयंत्री भी परेशान घूम रहे हैं। कहाकि शासन के सारे कार्य करने पड़ रहे है। सेक्टर में जाकर कार्यों का निरीक्षण करना, उसकी गुणवत्ता देखने की जिम्मेदारी हम लोगों की है लेकिन समय से मानदेय नहीं मिल पाता है। जिसका असर परिवार खर्च पर पड़ता है। कई बार दो से तीन महीने तक मानदेय नहीं दिया जाता है। जिसका प्रभाव कार्य क्षमता पर भी पडने लगता है। इस समय दो माह से मानदेय नहीं मिला है। जिसके कारण घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है।