SINGRAULI NEWS : विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर अदाणी फाउंडेशन द्वारा स्वयंसेवी संस्था हेल्पएज इंडिया के साथ झलरी गांव स्थित कार्यालय में एक संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें आसपास के शासकीय विद्यालयों के 45 शिक्षकों ने हिस्सा लिया। एक समावेशी एल्डरकेयर पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण के मकसद से आयोजित इस कार्यशाला में सरई तहसील अन्तर्गत झलरी संकुल के शिक्षकों की उपस्थिति में बुजुर्गों के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों के बारे में शिक्षित किया गया।
भारत में बुजुर्गों के अधिकारों और जरूरतों के बारे में जागरूकता फैलाने और समझने के लिए इस तरह के कार्यशाला का आयोजन काफी महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों का ध्यान परिवारों, समुदायों और संस्थानों के भीतर दुर्व्यवहार की घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। कार्यशाला में माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम, 2007 को भी शामिल किया गया,
जो शिक्षकों को वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपलब्ध कानूनी सुरक्षा की समझ प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, उपस्थित लोगों को अदाणी फाउंडेशन द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत की गयी पहल के बारे में जानकारी दी गयी।
अदाणी फाउंडेशन द्वारा स्वयंसेवी संस्था एवं हेल्पएज इंडिया द्वारा की गयी इस पहल का उद्देश्य समाज में जागरूकता बढ़ाना और शिक्षकों को अपने समुदायों में बुजुर्गों के लिए प्रभावी ढंग से समर्थन और वकालत करने के लिए ज्ञान से लैस करना और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत उठाए गए सकारात्मक संदेशों को समुदायों में फैलाना है।
इस कार्यक्रम में अदाणी समूह के तरफ से धिरौली के साइट हेड राज किशोर सिंह एवं ललन झा ने भी हिस्सा लेकर अपने विचार व्यक्त किये। बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार एक ऐसी समस्या है जो विकासशील और विकसित दोनों देशों में मौजूद है, फिर भी आमतौर पर वैश्विक स्तर पर इसकी रिपोर्टिंग कम ही की जाती है। वृद्ध व्यक्तियों द्वारा सामना की जाने वाली विशिष्ट चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाकर, हम अधिक समावेशी और सुरक्षात्मक वातावरण को बढ़ावा दे सकते हैं।