वायरल पत्र के आधार पर मोरवा का विस्थापन भलुगढ़, दादर एवं गोदवाली में होना तय
खिरवा, पिड़रताली, बैढ़न समेत एवं अन्य स्थानो पर लगता दिख रहा विराम
सिंगरौली~: मोरवा के विस्थापन का पूनर्वास भलुगढ़, दादर एवं गोदवाली में होना तय माना जा रहा है। बीते दिनों एनसीएल के आर एण्ड आर विभाग एवं प्रशासन के राजस्व विभाग द्वारा सर्वे का कार्य पूर्ण करने के बाद जिला कलेक्टर को रिर्पोट सौंप दिया गया है। जिस पर कलेक्टर द्वारा उसकी अनुमानित लागत जमा करने के लिए एनसीएल को पत्र लिखा है, जिसकी राशि स्वीकृति के लिए एनसीएल प्रबंधन ने कोयला मंत्रालय को भेज गया है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद एनसीएल द्वारा निर्धारित राशि जमा कर दिया जायेगा। हालांकि इस मुद्दे पर जिला प्रशासन ने अपना रूख साफ नहीं किया है। मगर सोशल मीडिया पर वायरल जिला प्रशासन के पात्र को माने तो मोरवा पुनर्वास की स्थित धीरे धीरे साफ होते नजर आ रही है। जनप्रतिनिधियों द्वारा अभी तक पुनर्वास के लिए पिड़ताली एवं खिरवा समेत वैढ़न की मांग पर करीब करीब विराम लगता दिखाई दे रहा है। संयुक्त कलेक्टर द्वारा 27 मार्च 2024 को एनसीएल के महाप्रबंधक (एम) भूमि एवं राजस्व विभाग एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली के नाम भेजे गये पत्र का सोसल मीडिया में वायरल होने के बाद लोगों के कयास पर विराम लगते दिखाई दे रहा है। एनसीएल महाप्रबंधक को लिखे गये पत्र के द्वारा ग्राम भलुगढ़, दादर एवं गोंदवाली की शासकीय भूमि आवंटन के लिए ग्राम दादर में भूमि किता 07 रकवा 19.80 हे., ग्राम भलुगढ़ में भूमि किता 344 रकवा 204.89 हे. तथा ग्राम गोदवाली में भूमि किता 200 रकवा 107. 52 हे. अवंटन हेतु कलेक्टर गाइड लाइन के अनुसार जमीन कि कीमत 68 करोड 33 लाख 24 हजार 532 रूप्ये बताया गया है। शासकीय भूमि आवंटन हेतु म.प्र. शासन राजस्व विभाग के पत्र क्रमांक एफ/6-101/2019/सात-3 भोपाल दिनाक 05/01/2021 में प्राप्त निर्देशानुसार शासकीय भूमि के लिए सिंचित कृषि भूमि के बाजार मूल्य के 1.6 गुना के चराबर की राशि आक्षेपक निकाय से लेकर उक्त भूमि पर भू-अर्जन/ पुनर्वासन एवं पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार का अधिनियम 2013 के अनुशरण में पुनर्व्यवस्थापन योजना तैयार की जाय। उक्त निर्देश के अनुशरण में अंकलित राशि का 1.6 गुना राशि गणना *एक अरब नौ करोड़ तैंतीस लाख उन्नीस हजार दो सौ इंक्यावन रूपये* मात्र है। उक्त भूमि पर अतिक्रमणकारियों द्वारा स्थायी परिसंपत्ति भी सर्वे के दौरान पाई गयी है, जिसका अनुमानित मूल्य दस करोड रूपये राशि अंकलित है। उक्त राशि को भी साम्मिलित कर अनुमानित कुल राशि एक अरब उन्नीस करोड़ तैनीय लाख उन्नीस हजार दो सौ इंक्यावन रूपये मात्र की जानकारी प्रेषित है।
गोंदवाली में पूर्व से ही है कोलयार्ड
बरगवां थाना क्षेत्र के जिन जमीनों को पुनर्वास के लिए आवंटित किया जा रहा है, उसमें गोंदवाली में पूर्व से ही कोलयार्ड स्थापित है। ऐसे में वहाँ एवं आसपास रहने वाले लोगों को प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद मोरवा के जिन लोगों को गोंदवाली में रहने के लिए जमीन आवंटित की जाएगी, उन्हें भी प्रथम दिन से ही प्रदूषण से 2-4 होना पड़ेगा।