एनटीपीसी विंध्याचल राजभाषा अनुभाग द्वारा नगरवासियों हेतु कविता पाठ का किया गया आयोजन

एनटीपीसी विंध्याचल राजभाषा अनुभाग द्वारा नगरवासियों हेतु कविता पाठ का किया गया आयोजन

सिंगरौली ~:   एनटीपीसी विंध्याचल में राजभाषा पखवाड़ा,2024 के अंतर्गत दिनांक 24.09.2024 को राजभाषा अनुभाग द्वारा परियोजना परिसर मे निवास करने वाले सभी नगरवासियों हेतु कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन परियोजना के क्षेत्रीय ज्ञानार्जन संस्थान में सायं 04:00 बजे से किया गया। इस प्रतियोगिता में काफी संख्या में नगरवासियों नें उत्साह एवं उमंग से साथ भाग लिया।इस प्रतियोगिता हेतु श्रीमती रविमा त्रिवेदी, शिक्षिका,डीपीएस स्कूल विंध्यनगर एवं श्रीमती संगम श्रीवास्तव, शिक्षिका ,सरस्वती शिशु मंदिर विंध्यनगर निर्णायक के रूप में उपस्थित रही। इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे सभी प्रतिभागियों ने अपनी-अपनी कविता सुनाकर सभी को आनंदित कर दिया। तत्पश्चात निर्णायकों नें सभी प्रतिभागीयों द्वारा सुनाये गए कविता को सुनकर दिये गए तर्कों का मूल्यांकन विषय-वस्तु, तर्कशक्ति एवं प्रस्तुति के आधार पर विजयी प्रतिभागियों की घोषणा की।विजयी प्रतिभागियों को राजभाषा पखवाड़ा,2024 के समापन समारोह के दौरान कार्यकारी निदेशक(विंध्याचल) द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा । इस अवसर पर वरिष्ठ प्रबंधक(मानव संसाधन) श्रीमती कामना शर्मा, उप प्रबन्धक(नैगम संचार एवं राजभाषा प्रभारी) श्री शंकर सुब्रमणियम एवं उनकी टीम उपस्थित रही।
एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना मानव संसाधन राजभाषा अनुभाग द्वारा राजभाषा पखवाड़ा-2024 के अवसर पर राजभाषा के प्रचार-प्रसार के लिए दिनांक 14 सितंबर से 29 सितंबर, 2024 तक हिन्दी पखवाड़ा मानाया जा रहा है, जिसमें कर्मचारियों, स्कूली बच्चों, संविदकर्मियों एवं नगरवासियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन शामिल है। इसी कड़ी में दिनांक 20.09.2024 को परियोजना परिसर में स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय , विंध्यनगर में स्कूली बच्चों हेतु विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे- हिंदी हस्तलेखन, कविता पाठ, हिंदी मुहावरे, कहानी, हिंदी प्रश्नोत्तरी एवं हिंदी विज्ञापन का आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में सभी प्रतोयोगिताओं में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक(शासकीय स्कूल विंध्यनगर)श्री एस के बंसल, सभी शिक्षकगण के साथ-साथ भारी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

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