सिंगरौली ~: सिंगरौली जिले में पैथलॉजी संचालक मनमानी पर उतारू हैं सैकड़ों ऐसी पैथोलॉजी संचालित है जो नियमों के विपरीत चल रही है न तो इनका रजिस्ट्रेशन है न तो बायोमेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंधन की व्यवस्था। मनमाने ढंग से संचालित पैथलॉजी में मरीजों से जाँच के नाम पर मनमाने पैसे वसूले जा रहे हैं।विगत कुछ दिनों से प्रशासनिक अमला नियमोँ की अनदेखी कर संचालित होने वाले मेडिकल स्टोर सहित पैथोलॉजी सेंटर पर जा कर जाँच पड़ताल कर सीज व जुर्माना कर रहा है । गौरतलब हो कि नगर पालिक निगम सिंगरौली के आयुक्त डीके शर्मा के द्वारा निगम अमले, स्वास्थ्य अमला और नायब तहसीलदार अभिषेक यादव के साथ शहर में संचालित विभिन्न मेडिकल स्टोरो का औचक निरीक्षण किया गया। मेडिकल स्टोर संचालन संबंधी दस्तावेजो की जांच की गई। जिसमें फार्माशिस्ट का नाम, डिग्री, रजिस्ट्रेशन, फूड एंड ड्रग सर्टिफिकेट, गुमास्ता सम्बन्धित सभी दस्तावेजों की जांच की गई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई मेडिकल स्टोर में जिनके नाम से रजिस्ट्रेशन है वह उसका संचालन नहीं कर रहे, कुछ के पास रजिस्ट्रेशन नहीं है, इसके अलावा बायो मेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंध नहीं किया जा रहा।
जयन्त इलाके में पैथलॉजी संचालकों पर कार्रवाई की दरकार
सिंगरौली जिले के एनसीएल की चयन परियोजना में मौजूद नेहरू शताब्दी चिकित्सालय के आसपास के इलाके में पैथोलॉजी सेंटरों की भरमार देखी जा रही है सूत्रों का दावा है कि यदि प्रशासनिक अमला इन पैथोलॉजी सेंटर कि यदि गहनता से जांच करें तो कई संचालकों पर मानकों के विपरीत कार्य करने की बात प्रमाणित होगी। दरशल जयंत इलाके के आसपास संचालित होने वाले पैथोलॉजी सेंटर एक तरफ जहां बग़ैर रजिस्ट्रेशन की पैथोलॉजी सेंटर संचालित कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पैथोलॉजी से निकलने वाले बायोमेडिकल बेस्ट के डिस्पोजल को लेकर भी गंभीर दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। सूत्रों का यहां तक दावा है कि नेहरू अस्पताल के बाहर जयंत मुख्य मार्ग पर संचालित होने वाले इन पैथोलॉजी सेंटर के संचालकों के द्वारा नेहरू अस्पताल में भर्ती मरीजों की रक्त जांच के लिए सैंपल अस्पताल में जाकर कलेक्ट किया जाता है जिस पर नेहरू प्रबंधन भी खामोश बैठा रहता है ऐसा नहीं है कि अस्पताल परिसर में पैथोलॉजी उपलब्ध नहीं है पैथोलॉजी उपलब्ध होने के बावजूद भी इसकी सुविधा वहां भर्ती होने वाले मरीज को नसीब नहीं हो रही है। इलाके में संचालित होने वाले पैथोलॉजी सेंटर करे रजिस्ट्रेशन सहित विभिन्न मानकों की अनदेखी का आप तो है ही इसके अलावा भी पैथोलॉजी संचालकों के द्वारा जांच के नाम पर मरीजों से मोटी रकम ऐंठी जाती है। ऐसे में यह आप भी प्रशासनिक अमल पर लग रहे हैं कि मुख्य मार्ग पर स्थित दर्जनों पैथोलॉजी सेंटर आखिरकार प्रशासनिक अमले की नजर से कैसे बचे हुए हैं और क्यों नहीं इस पूरे मामले को लेकर कोई जांच या कार्रवाई की जा रही है।