SINGRAULI NEWS : मिनी रत्न कंपनी एनसीएल (NCL) के निगाही परियोजना में बीते दिनों होल पैक डंफर बोलेरो पर चढ़ गया था जिसमें एक एनसीएल कर्मी की मौत हो गयी थी जबकि पांच लोग घायल हो गये थे। दुर्घटना के बाद सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं। दुर्घटना के बाद डी.जी.एम.एस वाराणसी की टीम एनसीएल के परियोजनाओं में विभिन्न क्षेत्रों का निरक्षण करने पहुंची हुई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीजीएमएस (DGMS) की टीम मिनी रत्न कंपनी एनसीएल के निगाही परियोजना के खदान क्षेत्र का निरक्षण किया है जहा पर डीजीएमएस टीम को निरीक्षण करने के दौरान कमियां मिली हैञ एन सी एल कंपनी से जुड़े सूत्रों से पता चला है की डीजीएमएस की टीम ने निगाही परियोजना खदान में चलने वाले 190 टन के होल पैक डंफर पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये जाने तक प्रतिबंध लगाने का मन बनाया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खदानों में 190 टन के होल पैक डंफर को चलने के लिए व्यवस्थित ढंग से हॉल रोड़ नहीं पाया गया जिसके बाद डीजीएमएस (DGMS) की टीम ने निगाही परियोजना खदान क्षेत्र में नाराजगी जाहिर की है। एनसीएल (NCL) के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीजीएमएस ने कहा कि एक ही सड़क से लाईट विहिकल तथा १९० टन के होल पैक चल रहे हैं जो सुरक्षा की दृष्टि से सही नहीं हैं। बताया जा रहा है कि निर्देश भी दिये गये हैं कि जब तक लाईट विहिकल तथा होल पैक डम्पर के लिए अलग सड़क न बन जाये तब तक इस पर विराम लगाया जाये।
इस संबंध में जब एनसीएल निगाही परियोजना के एसओपी विवेक कुमार से बात की गयी तो उनका कहना था कि इस संबंध में लिखित निर्देश तो जारी नहीं किये गये हैं परन्तु ऐसा कहा जा रहा है कि लाईट विहिकल तथा १९० टन होल पैक के लिए अलग अलग रूट का निर्माण आवश्यक है।
NCL सीएमडी की अध्यक्षता में माइंस सेफ्टी को लेकर हुयी बैठक
कोल इंडिया की सबसे सुरक्षित खदानों में शामिल एनसीएल की खुली कोयला खदानों में पिछले कुछ दिनों में एक के बाद एक जो हादसे व घटनाएं हुई हैं। उसे लेकर एनसीएल प्रबंधन हरकत में आ गया, इसलिए शुक्रवार को आनन फानन में एनसीएल के मुखिया अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक बी. साईराम की अध्यक्षता में माइंस सेफ्टी की एक आवश्यक बैठक सीएमडी कांफ्रेंस हाल में आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य रूप से माइंस सेफ्टी के विषय से लेकर हालही में खदान क्षेत्र में होने वाले हादसों पर चर्चा कर गहन चिंतन किया गया।बताया जा रहा है कि चर्चा उपरान्त सीएमडी श्री साईराम का रूख सेफ्टी को लेकर खदान क्षेत्र होने वाली लापरवाहियों को लेकर काफी सख्त रहा। उन्होंने निर्देशित किया कि खदान के प्रतिबंधित क्षेत्र में बाहरी लोगों के या बाहर के वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाए। इसके साथ ही खदान के प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने वाले लाइट व्हीकल वाहनों में एक हाई मास्ट रेज फ्लैग यानी काफी ऊंचा झंडा लगाया जाए, जो कि दूर से दिखे। इस प्रकार का झंडा खदान में जाने वाले लाइट व्हीकल वाहनों में लगाया जाए और ये झंडा जिस वाहन में न लगा हो व अन्य आवश्यक मानक वह वाहन न पूर्ण न दिखे तो उसे खदान में प्रवेश न करने दिया जाए, चाहे वह मेरा वाहन (सीएमडी का) ही क्यों न हो। इस बैठक में माइंस के लिए आवश्यक सेफ्टी नियमों का पालन सुनिश्चित कराने व अन्य कुछ आवश्यक नियमों को भी लागू करने का निर्णय हुआ।
![SINGRAULI NEWS : DGMS ने किया एनसीएल निगाही परियोजना का दौरा, सुरक्षा को लेकर दिये सख्त निर्देश](https://udnews.net/wp-content/uploads/2024/04/IMG_20240428_075319-300x169.jpg)
टास्क फोर्स का होगा गठन
कंपनी सूत्र बता रहे हैं कि इस बैठक में चर्चा उपरान्त सेफ्टी की एक टास्क फोर्स टीम गठित करने का निर्णय हुआ है। ये टास्क फोर्स टीम कंपनी की खदानों में पिछले कुछ दिनों में होने वाले हादसों के कारणों से लेकर उससे जुड़े तमाम पहलुओं की जांच करेगी और इसमें मिलने वाली कमियों को उसी के अनुसार दुरूस्त कराया जाए। इसके साथ ही खदान के कार्य क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मसलों व उनसे से संबंधित शिकायतों, समस्याओं की भी जानकारी भी टीम एकत्र करेगी, जिससे इन मसलों के निदान को लेकर आवश्यक कदम उठाये जा सकें। इसके साथ ही प्रत्येक परियोजना एरिया में भी लोकल स्तर पर कोलियरी मैनेजर के नेतृत्व में भी एक कमेटी गठित करने का निर्णय हुआ है, जिसमें एरिया के सेफ्टी इंस्पेक्टर सहित सेफ्टी बोर्ड के अन्य सदस्य आदि लोग भी शामिल रहेंगे।
सीआईएल सेफ्टी बोर्ड मेम्बर का एनसीएल में दौरा 29 से
कोल इंडिया सेफ्टी बोर्ड के मेम्बर कॉमरेड सीते जोसेफ 29 अप्रैल से एनसीएल के दौरे पर आ रहे हैं। वह जबलपुर से शक्तिपुंज एक्सप्रेस से यहां आयेंगे और पहले ही दिन एनसीएल की निगाही खदान का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद अगले दिन जयंत प्रोजेक्ट फिर खडिया ओसी का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद 1 मई को वह शक्तिपुंज एक्सप्रेस से वापस हो जायेंगे। बताया जा रहा है कि कंपनी की खदानों में होने वाले हादसों, दुर्घटनाओं को लेकर वह एनसीएल की खदानों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। श्री जोसेफ श्रमिक संगठन एटक के वरिष्ठ श्रमिक नेता हैं, ऐसे में उनके आगमन को लेकर एनसीएल में श्रमिक संगठन एटक के द्वारा आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।