The Diary of West Bengal : बॉलीवुड फिल्म ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ को लेकर शनिवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस फिल्म को सेंसर कर दिया गया है, लेकिन सेंसर बोर्ड रिलीज सर्टिफिकेट जारी नहीं कर रहा है। सेंसर बोर्ड के चक्कर से निर्माता-निर्देशक थक चुके हैं, लेकिन सेंसर बोर्ड ने फिल्म के बारे में कुछ भी कहने से परहेज किया है। इस फिल्म की रिलीज डेट 27 अप्रैल है।
फिल्म रिलीज न करने की मिली धमकी
‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के निर्माता वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह ने कहा, ‘हमने सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म बनाई है। जिसके चलते पाकिस्तान के कराची स्थित आतंकी संगठन जामिया दारुल उलूम ने हमारे खिलाफ फतवा जारी किया और फिल्म रिलीज न करने की धमकी दी। क्या हम आजाद लोगों को इस फिल्म की आजादी और अभिव्यक्ति की आजादी का कोई अधिकार नहीं है? क्या अब हमें सामाजिक बुराइयों को व्यक्त करने पर प्रताड़ित किया जाएगा?
The Diary of West Bengal में दिखाई है सच्ची घटना
निर्देशक सनोज मिश्रा ने कहा जब ‘मिशन कश्मीर’, ‘हैदर’, ‘उड़ता पंजाब’, ‘कश्मीर फाइल्स’, ‘द केरला स्टोरी’ जैसे मुद्दों से जुड़ी फिल्में रिलीज हो सकती हैं तो हमारी फिल्में रिलीज करने में क्या हर्ज है? हमने भी एक मुद्दा उठाया है। क्या हमने फिल्म में मानवता से परे कुछ भी दिखाया है? अभिनेता यज़ूर मारवाह ने कहा कि पहली बार उन्हें सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने का मौका मिला। वहीं फिल्म की लीड एक्ट्रेस अर्शिन मेहता ने कहा कि ऐसी फिल्में बार-बार नहीं बनतीं। ‘वेस्ट बंगाल डायरी’ वहां हो रही चीजों को बिल्कुल वैसे ही दिखाएगी जैसे वो थीं।