Lok Sabha Election 2024 : मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी के रूप में देशभर में मशहूर उज्जैन शहर अपनी कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां बने प्राचीन मंदिर और कई संस्कृत विद्यालय विद्वानों को नए धर्म की शिक्षा दे रहे हैं। संपूर्ण उज्जैन जिला और रतलाम के कुछ हिस्से भी इस लोकसभा क्षेत्र में आते हैं। धार्मिक दृष्टि से समृद्ध यह लोकसभा क्षेत्र शिप्रा नदी के तट पर स्थित है। शिपा नदी इस क्षेत्र के कई किसानों की जीवन रेखा है।
उज्जैन लोकसभा में इन दो पार्टियों का है दबदबा
उज्जैन लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिसमें नागदा-काचरोद, महिदपुर, तराना, घाटिया, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, बड़नगर, आलोट शामिल हैं। इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में बड़नगर और तराना में कांग्रेस जीती और बाकी सीटें बीजेपी ने जीतीं थी। यहां लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी पार्टी का दबदबा है। वहीं पिछले रिकॉर्ड देखें तो 1989 से 2004 तक बीजेपी यहां लगातार जीतती रही। जहां हर बार सत्यनारायण जातिया चुनाव लड़ते रहे थे। इसके बाद 2009 में कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डु ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद 2014-2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने फिर से जीत हासिल की और सीट छीन ली।
इस साल के लोक सभा चुनाव में क्या हुआ?
2019 में बीजेपी ने अनिल फिरोजिया को मैदान में उतारा, जबकि कांग्रेस ने बाबूलाल मालवीय पर भरोसा जताया। इस चुनाव में बीजेपी को 7.91 लाख वोट मिले जबकि कांग्रेस को 4.26 लाख वोटों से ही संतोष करना पड़ा। इस चुनाव में बीजेपी के अनिल फिरोजिया ने कांग्रेस के बाबूलाल को 3.65 लाख वोटों से हराया. 2014 के चुनाव में भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच जीत-हार का अंतर 3 लाख वोटों से ज्यादा था।