सिंगरौली~: ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने और कौशल विकास के प्रसार के लिए अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज के सौजन्य से सीएसआर टीम को खास हुनर सिखाया जा रहा है। सिंगरौली में मंगलवार से आयोजित चार दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में झारखण्ड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र , गुजरात और मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे सीएसआर के 41 प्रतिभागियों को भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई), अहमदाबाद के कुशल प्रशिक्षकों के द्वारा गांवों में उद्यमिता और कौशल विकास के प्रसार के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है।
गांवों में उद्यमिता और कौशल विकास के प्रसार के लिए आयोजित इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का शुभारम्भ सिंगरौली के चीफ ऑफ क्लस्टर श्री बच्चा प्रसाद, क्लस्टर एचआर हेड श्री विकास सिंह, सीएसआर के सीनियर मैनेजर छत्रपाल सिंह राठौर, भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) के प्रोफेसर डॉ राजेश गुप्ता एवं उपस्थित अन्य अधिकारियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
मंगलवार से शुक्रवार (14- 17 मई) तक आयोजित इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में ईडीआईआई, अहमदाबाद के प्रोफेसर डॉ राजेश गुप्ता के नेतृत्व में उनके टीम के द्वारा अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज की सीएसआर टीम को प्रशिक्षित किया जायेगा कि कैसे ग्रामीण इलाकों में स्थानीय संसाधनों की पहचान कर हम उद्यमिता को छोटे-छोटे समूहों के माध्यम से बढ़ावा दे सकते हैं और जरूरतमंद स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर और ज्यादा खुशहाल बना सकते हैं।
स्थानीय संसाधनों के निर्माण से ग्रामीण उद्यमियों की सहायता की जाएगी। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण स्तर के सामुदायिक कैडर के पूल को प्रशिक्षित करके और स्वयं सहायता समूहों की क्षमता को बढ़ाकर स्थानीय संसाधनों का विकास करना है। गौरतलब है कि भारत की 60% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज का यह पहल आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करेगा और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देगा, रोजगार के अपार अवसर पैदा करेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समर्थन देने में मदद करेगा।
उल्लेखनीय है कि सिंगरौली जिले के विभिन्न गांवों में अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज की सीएसआर टीम द्वारा पहले से ही उद्यमशीलता कौशल विकसित करने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम चलाया जा रहा है। स्थानीय युवाओं और महिलाओं में वित्तीय जिम्मेदारी और दीर्घकालिक योजना की मानसिकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वित्तीय साक्षरता के माध्यम से उनमें आर्थिक समझ का निर्माण किया जा रहा है। इस इलाके में सीएसआर टीम की मदद से सैकड़ों जरूरतमंद स्थानीय महिलाएं विभिन्न आजीविका कार्यक्रमों से जुड़कर अपने परिवार को आर्थिक मदद पहुंचा रही हैं।