प्रोजेक्ट जीवनोत्कर्ष के तहत आचार,पापड़ व मसाला निर्माण का प्रशिक्षण ले चुकी महिलाओं को दिये गये स्वावलम्बन प्रमाण पत्र
SINGRAULI NEWS : ग्रामीण महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए हिंडालको महान व आरसीटी ने स्वयं सहायता समूहों व अन्य स्थानीय महिलाओं को घर बैठे रोजगार देने की पहल में ग्राम बड़ोखर में 35 महिलाओं को 10 दिवसी आचार,पापड़,व मशाला निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया।
जिसमें प्रशिक्षण कार्यशाला की शुरूआत में हिंडालको महान के मानव संसाधन विभाग से दिपाली,श्वेता,सीमा ने महिलाओं का उत्साहवर्धन किया। 10 दिवसी प्रशिक्षण उपरांत उन्हें स्वावलम्बन प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में आरसीटी विभाग के निर्देशक विजय कुमार,असेसमेंट अधिकारी प्रदीप नामदेव, हिंडालको महान के ओ.एंड एम.विभाग से प्रसून बोस,सी.एस.आर.प्रमुख संजय सिंह व सी.एस.आर.विभाग से बीरेंद्र पाण्डेय मौजूद रहे । कार्यक्रम में अपना विचार रखते हुये हिंडालको महान के सी.एस.आर.प्रमुख संजय सिंह ने बताया कि हिंडालको महान प्रोजेक्ट जीवनोत्कर्ष के तहत महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने हेतु कृत संकल्पित है और इसके लिए महिलाओं को हर कदम में प्रशिक्षण व आर्थिक मदद के लिये हमारा प्रबंधन तैयार है।
आप सभी महिलाये समूह से जुड़कर आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण की ओर बढ़िये। हमारी मंशा है कि ग्राम पंचायत क्षेत्र में रहने वाली गरीब परिवारों के गरीबी स्तर में सुधार करना है। वही कार्यक्रम में आरसीटी निर्देशक विजय कुमार ने कहा देश मे कई महिला समूह व उनके सदस्यों द्वारा गांव में कई प्रकार के पापड़,आचार बनाकर आर्थिक तौर से सशक्त हो रही हैं.
स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए पापड़ की खपत भी आस-पास के बाजार में की जा सकती है,जब इसकी बिक्री ज्यादा होने लगे तो आपको मशीन की खरीदने के लिये हमारे बैंक से ऋण लेकर बड़े उद्योग में परिवर्तित किया जा सकता है। कार्यक्रम में मुख़्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रसून बोस ने यूनियन बैंक के उपक्रम आरसीटी के प्रति आभार ब्यक्त करते हुये, बताया कि वर्तमान समय मे गृह उद्योग एक चुनौती जरुर है ,क्योंकि कि कुछ नामी ब्रांडो के खिलाफ स्वयं को खड़ा करना कठिन जरूर है लेकिन असंभव नही है ,
यदि बेहतर महिला उद्यमी बनना है,तो संकोच छोड़िये ,बस आगे बढिये औऱ चूल्हा-चौका के अलावा इस कारोबार से जुड़कर पारिवारिक और आर्थिक जिम्मेदारियों को निभाये।कार्यक्रम के अंत मे सभी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली 35 महिलाओं को स्वावलंबन प्रमाण पत्र दिया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में आरसीटी विभाग से निशा द्विवेदी,प्रशिक्षक आरती अग्रवाल व सी.एस.आर.विभाग से जियालाल व खलालू का विशेष योगदान रहा।