पुलिस अधिकारी बनकर सायबर ठग ठगी को दे रहे अंजाम

पुलिस अधिकारी बनकर सायबर ठग ठगी को दे रहे अंजाम

पुलिस अधीक्षक ने सायबर ठगों के झांसे में न आने की दी हिदायत
सिंगरौली ~:    इन दिनों साइबर ठग द्वारा ग्रामीणांचल में रहने वाले भोले भाले लोगों को फोन करके अपनी बातों में उलझा लिया जाता है, उनसे उनके द्वारा थाने में की गई एफआईआर के बारे में पूछा जाता है। उसके बाद यह कहा जाता है कि वह एसपी आफिस से बोल रहा है, (अपना फर्जी नाम बताता है) और कहता है कि आपने किसके विरुद्ध एफआईआर की है। जब आप नाम पता बता देते हैं तो वह उसी से संबंधित बातों को आपसे कहता है कि उसने गाली दी थी, मारपीट की थी और आपके पड़ोस में रहता है, आपका रिश्तेदार है एवं अन्य बातें बताने लगता है। आपसे ही सारी जानकारियां एकत्रित कर लेता है। दूसरी पार्टी का आपसे मोबाइल नंबर भी पूछता है और फिर यही प्रक्रिया वह उसके साथ भी दोहराता है।इसके बाद ठग आपसे कहता है कि आपके विरुद्ध भी दूसरी पार्टी ने एफआईआर कर दी है और उसके द्वारा बड़ी धाराएं लगाई गई हैं। यदि कार्यवाही से बचना है तो आधार कार्ड लेकर एसपी आफिस आना है।
ठग द्वारा लोगों से यह भी पूंछा जाता है कि क्या आप अपनी धारा कम करवाकर मामला रफा दफा करवाना चाहते हैं और विपक्षी पार्टी को बंद करवाना चाहते हैं तो 5000/- रु. रास्ते में पड़ने वाली दुकान से उसके बताए हुए फोन पे नंबर पर आपको पहले पैसे डालना है, उसके बाद ऑफिस पहुंचना है। ऑफिस में पहुंचते ही कार्यवाही की जाएगी। ठग द्वारा यह भी कहा जाता है कि आपकी विपक्षी पार्टी को वह जल्दी से जल्दी फोर्स भेज कर उसके घर से उठा लेगा, चिंता करने की कोई बात नहीं है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता गुप्ता ने एडवाइजरी जारी किया है कि ऐसे ठगों से बचने के लिए ऐसे फोन कॉल से सावधान रहें और फोन आने पर अपनी सारी जानकारी ना दें। यदि आपके मोबाइल पर ऐसा फोन कॉल आता है तो फोन लगाने वाले से उसकी सारी जानकारी पूछे, वह कहां से बोल रहा है, किस पद पर है और उसे अपने नजदीकी थाने आने के लिए कहें। ऐसे ठगों से डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। ऐसे ठगों को अपने आधार नंबर, ओटीपी इत्यादि की जानकारी बिल्कुल भी ना दें। निकटतम थाने में इसकी सूचना दें। आपकी जागरूकता ही आपकी सुरक्षा है, जागरूक रहें, सतर्क रहें। अपनी निजी जानकारी जैसे बैंक खाते संबंधी, आधार आदि को किसी के साथ साझा न करें। कोई भी संस्था आपसे आपका निजी पैसा किसी भी शासकीय खाते में जमा करने या सुरक्षित करने की सलाह नहीं देता। अत: कभी भी अपना पैसा किसी अनजान खाते में ट्रांसफर न करें। यदि आपके साथ कोई सायबर अपराध घटित होता है तो उसकी शिकायत अपने नजदीकी पुलिस थाने में या www.cybercrime.gov.in या सायबर क्राइम हेल्पलाईन (टोल फ्री) नम्बर 1930 पर करें।

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