सिंगरौली~: बीते 10 अप्रैल की शाम एनसीएल मुख्यालय के सभागार में सिंगरौली विस्थापन मंच के पदाधिकारी समेत मोरवा के वरिष्ठजन, व्यापारी वर्ग एवं लायंस क्लब के पदाधिकारियों ने एनसीएल सीएमडी बी साईराम से सिंगरौली विस्थापन के बाद पुनर्वास को लेकर चर्चा की। इस वार्ता में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल ने कहा कि जहां पर एनसीएल मुख्यालय की बसाहट हो वही पर मोरवा के पुनर्वास किया जाय। इस दौरान उन्होंने ब्लास्टिंग नियंत्रण और प्रदूषण का भी मुद्दा उठाया। इसी तारतम्य में बात को आगे बढाते हुये वीरेन्द्र गोयल, उर्जांचल व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित श्रीवास्तव व अन्य सदस्यों द्वारा बताया गया कि कुछ लोगों के द्वारा अपने हित लाभ एवं निजी स्वार्थ के लिए आम जनता को गुमराह करने की नीयत से तरह-तरह के प्रलोभन और खिरवा व पिडताली में बसाहट दिलाने के दिवास्वप्न दिखा रहे हैं। साथ ही एन सी एल मुख्यालय के शिफ्टिंग को लेकर भी भ्रम फैलाया जा रहा है कि अभी दस- बीस वर्ष यहीं रहेगा। बैठक में गए लोगों की माने तो एनसीएल सीएमडी बी साईराम ने इसे सिरे से खारिज कर कहा कि एनसीएल मुख्यालय वैढन शिफ्ट करने की कार्यवाही चल रही है। जिसका आधिकारिक बयान और रोडमैप भी जल्द ही आम-जनमानस तक पहुंचा दिया जायेगा। साथ ही उन्होंने अपना रुख स्पष्ट किया कि बसाहट किसी भी कीमत मे दो जगहो पर नही होगी। उन्हें अनुसार जिला प्रशासन की भी मंशा यही है। एक जगह बसाहट होने से एनसीएल प्रबंधन सुन्दर और व्यवस्थित पुनर्वास दे सकेगा। सिंगरौली विस्थापन मंच ने अपना सुझाव देते हुये कहा कि यदि एनसीएल मुख्यालय भी भलुगढ शिफ्ट कर लिया जाता है तो लोगों को विस्थापन से होने वाली तकलीफ और बेरोजगारी का दंश नही झेलना पडेगा और मुख्यालय बैढन स्थान्तरित करने की दशा मे बसाहट भी बैढन करना होगा। इस बावत वीरेंद्र गोयल ने बताया कि एनसीएल मुख्यालय और मोरवा का पुनर्वास एक ही स्थान पर करने को लेकर एनसीएल सीएमडी ने विचार करने का अस्वासन दिया है। वार्ता करने गए लोगों ने साफ लहजे मे अपनी मंशा जाहिर करते हुये बता दिया कि मैनेजमेंट और प्रशासन यदि बात नही मानता तो विस्थापितों के हक मे एक उग्र और वृहद जन-आंदोलन करने की राह पर आगे चल पड़ेगा। पहली बार उन्होंने विस्तार से आम-जनमानस का पक्ष समझाते हुये और सही तथ्यों से अवगत कराया। सीएमडी ने इस बात का आश्वासन दिया कि सभी की मंशा के अनुरूप ही पुनर्वास दिया जायेगा और इस बात का भी उल्लेख कर दिया कि जंहा मूलभूत सारी सुविधायें आसानी से उपलब्ध हैं उसी स्थान का चयन किया जाएगा। इधर जमीनों और परिसंपत्तियों का अवलोकन की प्रक्रिया लोक सभा चुनाव संपन्न होते ही प्रशासनिक अमले की मदद से की जायेगी। इस मौके सिंगरौली विस्थापन मंच के अध्यक्ष दधिलाल सिंह, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल, उर्जांचल व्यापार मंडल सिंगरौली के अध्यक्ष ललित श्रीवास्तव, बिनय कुमार सिंह, अभय तिवारी, आरपी सिंह, मनोज कुलश्रेष्ठ, प्रवीण तिवारी, दीना बंसल सहित करीब डेढ़ दर्जन लोग शामिल रहे।
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