वाराणसी से आई इंजीनियर्स की टीम ने दबे चाइल्ड के शव को आउट किया
गुरुवार को अपने साथियों के साथ सोन नदी में डूबे हुए व्यक्ति की नदी में डूबने से मौत हो गई। इस घटना के बाद पानी में डूबे बच्चे को यादगार की लंबी कविता सुनाई दी। स्थानीय लोगों ने चार दिनों तक लगातार निवेशकों और वैज्ञानिकों की टीम के साथ मिलकर गायब हुए मास्टरमाइंड की तलाश की, लेकिन जब चार दिनों तक भी बच्चों का कोई पता नहीं चला तो निवेशक चंद्रशेखर शुक्ला ने वाराणसी जिला प्रशासन से बात कर पूरे परिवार की टीम की तलाश की। बुलाया। सोमवार सुबह 6 बजे से ही टीएम की टीम, एसटीआई एवं होस्टेज के साथ कई तक लापता बच्चे की तलाश कर रही थी। वहीं दो साल में बच्चे का शव शव यात्रा से कुछ ही दूर मिला। बताया गया है कि बच्चों की मिट्टी के अंदर धंसा हुआ था। जिस कारण उसे खोजा नहीं जा सका। काफी हद तक आश्रय के बाद लापता प्रधान मंत्री के शव को बाहर निकाला जा सका। इसके बाद उसे मंज़िल भेजा गया।
रही-परख
खोजी दल में दलवीर प्रसाद, डेमोक्रेट सिंह, राजकुमार पनिका, उदित नारायण सिंह, संजय सिंह, क्रिस्टोफर गुर्जर, कुंवारे लाल आदि लोगों की टीम लगातार प्रयास कर रही है कि बच्चे के शव को ढूंढा जाए।