Clone Fingerprint Scam : आजकल साइबर अपराधी ठगी के लिए नई-नई तरकीबें आजमा रहे हैं। इसके लिए वे टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इस घोटाले में साइबर अपराधी उन लोगों को निशाना बनाते हैं जो अनपढ़ हैं और पैसे निकालने और जमा करने के लिए अपने अंगूठे का उपयोग करना नहीं जानते हैं। ये अपराधी आपके उंगलियों के निशान से बैंक खाते, आधार कार्ड और पैन कार्ड तक भी पहुंच हासिल कर सकते हैं।
कैसे करते हैं Clone Fingerprint Scam ?
क्लोन फ़िंगरप्रिंट बनाने के लिए इन अपराधियों को आपके अंगूठे के निशान की ज़रूरत होती है, जिसे वे बहुत चालाकी से आपसे प्राप्त कर लेते हैं। इस अंगूठे के निशान से वे प्लास्टिक के अंगूठे पर नकली अंगूठे का निशान बनाते हैं और फिर आपका खाता खाली करना शुरू कर देते हैं। आपको बता दें कि स्कैमर्स उन लोगों को निशाना बनाते हैं जो कम पढ़े-लिखे हैं और आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) का इस्तेमाल करते हैं।
AePS प्रणाली क्या है?
आधार सक्षम भुगतान प्रणाली सरकार द्वारा 2014 में ग्रामीण क्षेत्रों के उन लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गई थी, जिनकी बैंकों या डाकघरों तक पहुंच नहीं है। ये लोग नजदीकी साइबर कैफे या जन सुविधा केंद्र पर जाकर AePS सिस्टम के जरिए पैसे निकाल सकते हैं। जिससे पैसे निकालने के लिए व्यक्ति को केवल आधार कार्ड नंबर और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग करना होगा, जिसमें अंगूठे और आईरिस स्कैन शामिल हैं। इसके बाद वह आसानी से अपने बैंक खाते से पैसे निकाल सकता है। साइबर जालसाज भी इस सरल प्रक्रिया का उपयोग करते हैं।