यही समय है जब हम बहुत कुछ सीख सकते हैं अपने जीवन को मूल्यवान बना सकते हैं- शिव कुमार कुमावत, डी.सी., सी.आई.एस.एफ., एन.टी.पी.सी., विंध्य नगर
सिंगरौली~: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय शाखा तपोवन कंपलेक्स नवजीवन विहार विंध्यानगर में आज 15 दिवसीय संस्कार सृजन समर कैंप का शुभारंभ हुआ। शुभारंभ अवसर पर विंध्य नगर स्थित सरस्वती विद्यालय के प्राचार्य देवी भ्राता मुद्रीका प्रसाद द्विवेदी जी तथा एनटीपीसी विंध्य नगर सीआईएसफ यूनिट के डिप्टी कमांडेंट भ्राता शिव कुमार कुमावत जी, ग्वालियर से पधारी ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन, भोपाल से पधारे ब्रह्माकुमार दीपेन भाई एवं क्षेत्रीय शाखा की प्रभारी ब्रह्माकुमारी शोभा दीदी उपस्थित थी।
शुभारंभ अवसर की अपना अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए विंध्य नगर एनटीपीसी सीआईएसफ यूनिट के डिप्टी कमांडेंट भ्राता शिव कुमार कुमावत ने कहा की 10 साल से 20 साल तक की उम्र बच्चों की सीखने की उम्र होती है। अगर हर वर्ष के लिए बच्चे कोई एक लक्ष्य रखें तो वह 10 साल में 10 अच्छी चीज सीख सकते हैं। जो उनके जीवन में उपयोगी सिद्ध होती हैं क्योंकि उसके उपरांत जब वह नौकरी एवं पारिवारिक जिम्मेवारियों में बंध जाते हैं तो फिर नई-नई चीज सीखना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। अत: उन्होंने बच्चों से आवाहन किया कि इन 15 दिनों में एक लक्ष्य बनाकर के आप सभी यहां सिखाई जा रहीं सभी बातों को ध्यानपूर्वक सुनिए, समझिए और जीवन में धारण किजिए।
सरस्वती स्कूल विंध्य नगर के प्राचार्य भ्राता मुद्रिका प्रसाद द्विवेदी जी ने समर शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि पूरी शक्ति के साथ , पूरे मनोयोग के साथ जो भी शिक्षा जहां से भी प्राप्त हो उसको ग्रहण करना और अपने जीवन का अंग बनाना यही विद्यार्थी जीवन का लक्ष्य होना चाहिए और उन्होंने आशा व्यक्त की की इस संस्कार सृजन समर कैंप से बच्चे जीवन जीने की कला सीखेंगे। उन्होंने बच्चों से कहा कि बच्चों यहां की एक-एक शिक्षा को आप अपने जीवन में जरूर धारण करें इससे ही आपका जीवन मूल्यवान बनेगा।
भोपाल से पधारे ब्रह्माकुमार दीपेन भाई जी ने समर कैंप के दौरान क्या-क्या गतिविधियां होंगी उसके बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा बच्चों को खेल-खेल में मूल्य के शिक्षा दी जाएगी । उन्हें व्यावहारिक ज्ञान दिया जाएगा तथा उन्हें प्राकृतिक संरक्षण के बारे में भी बताया जाएगा ।बहुत महत्वपूर्ण बात राजयोग का अभ्यास उन्हें सिखाया जाएगा । जो उन्हें जीवन में आने वाली विपरीत परिस्थितियों का सामना करना सिखायेगा।
उद्घाटन सत्र से पूर्व आज प्रथम दिवस ग्वालियर से पधारे ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी और एक कहानी के माध्यम से तथा एक एक्टिविटी कराकर उन्हें उस मूल्य को कैसे जीवन में धारण करना है वह सिखाया।
क्षेत्रीय शाखा की प्रभारी ब्रह्माकुमारी शोभा बहन ने मंच का कुशल संचालन किया। अपर्णा बहन ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और प्रतीक्षा बहन ने बहुत ही सुंदर एक्टिविटी के द्वारा बच्चों का एक दूसरे से परिचय कराया। समर कैंप में नगर के विभिन्न स्कूलों से 150 से भी अधिक विद्यार्थी भाग ले रहे हैं।
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