सरई~: सिंगरौली जिले के सरई अंतगर्त घोघरा तिराहा में एक ऐतिहासिक बेल का पेड़ था जो एक अपने आप में मशहूर था लगभग कुछ वर्ष पहले बेल का सुंदर वृक्ष की अवधि हो चुकी थी और वृक्ष समाप्त हो गया लेकिन इस बेल के पेड़ के नाम से बेल तिराहा की जगह अपने आप में प्रसिद्ध था। जो आज भी बेल तिराहा घोघरा तिरहा के नाम से जाना जाता है। इसी कड़ी को जिंदा रखने के लिए एक अच्छी पहल मां धनौजा भैरव समिति के द्वारा किया गया। पुराने जगह में एक नया बेल का पौधा लगाकर पुरानी यादों को ताजा कर दिया हैं। बता दें कि भैरव सेवा समिति द्वारा समय समय पर समाज में विभिन्न प्रकार के नेक कार्य किये जा रहे है। अभी तक सरई क्षेत्र मे सबसे बड़ा रक्तदान शिविर लगवा कर रक्तदान कराया जा चुका है।
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