एनसीएल खदान में ऐसी अल कर्मी की संदिग्ध परिस्थितियों में कोई मौत

एनसीएल खदान में ऐसी अल कर्मी की संदिग्ध परिस्थितियों में कोई मौत

सिंगरौली~:   बुधवार सुबह करीब 5 बजे एनसीएल की जयंत परियोजना के वेस्ट खदान में एक पीसी ऑपरेटर अपनी मशीन के पास अचेत अवस्था में मिला। सुरक्षा प्रहरियों ने इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी, जिसके बाद एंबुलेंस की मदद से आनंद फानन में नेहरू शताब्दी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों के परीक्षण के बाद चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। एनसीएल की जयंत परियोजना में कार्यरत था पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक सीसीएल कर्मी डंपर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था मृतक उमेश नोनिया उम्र करीब 55 वर्ष निवासी झारखंड का रहने वाला बताया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक रात्रि पाली में पीसी पर थे। सुबह करीब 5 बजे उनके पीसी 2000 के पास वह अचेत अवस्था में देखे गए। संभावनाएं जताई जा रही है कि अपना काम खत्म करते ही नीचे उतारते हुए हादसे का शिकार हो गए। संबंधित मामले में मामला बेहद संधि का नजर आ रहा है एक तरफ यदि हम पुलिस सूत्रों की माने तो उम्र तक डंपर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था वही एनसीएल की तरफ से बताया जा रहा है कि मृतक व्यक्ति पीसी ऑपरेटर था जिससे वह वहीं गिर पड़े। बताया जाता है कि आधे घंटे तक भी लोग वहां नहीं पहुंचे थे। किस उन्हें समय पर उपचार नहीं मिल सका। इस घटना के विषय में एनसीएल जनसंपर्क अधिकारी राम विजय सिंह ने बताया कि एनसीएल कर्मी जयंत परियोजना में अकेले रहकर कार्य किया करता था। उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है और कल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की सही जानकारी मिल सकेगी। बाहर पूरे मामले पर पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है गौरतलाप हॉकी बीते कुछ दिन पूर्व में दूधी चूहा खदान में कार्यरत ओवर वर्णन कंपनी के कर्मचारियों की लाश मिलने के बाद से एक बात स्पष्ट हो रही है कंपनी प्रबंधन की ओर से सुरक्षा के नियमों की अवहेलना की जा रही है जो तो एनसीएल हर वर्ष सुरक्षा सप्ताह के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च करता है परंतु आए दिन होने वाले हादसे इस बात की तरफ इंगित कर रहे हैं सुरक्षा मापदंडों का पालन न होने से कर्मियों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है वही कंपनी प्रबंधन पर आरोप है कि सीसीएल प्रबंधन डीएमएस के साथ में साठ गाँठ कर सुरक्षा मापदंडों की अनदेखी की जा रही है ।

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