पूर्व में पीएचसी बरगवा में पदस्थ ट्रेनी डॉक्टर का फर्जीवाडा हुआ उजागर

पूर्व में पीएचसी बरगवा में पदस्थ ट्रेनी डॉक्टर का फर्जीवाडा हुआ उजागर

सेवा समाप्ति के बाद भी ट्रेनी डॉक्टर ने जारी किए हैं कई फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट
आरटीआई से मिली जानकारी ने किया डॉक्टर की करतूतों का भंडाफोड़

सिंगरौली~:  जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरगवां में पूर्व में पदस्थ ट्रेनी डॉक्टर पुजेंद्र प्रजापति के फर्जीवाडे का एक ऐसा नमूना सामने आया है। जिसे जानकर हर कोई हैरान सा हो गया है कि जब ट्रेनिंग के समय ही एक डॉक्टर इतना फर्जी मेडिकल रिपोर्ट जारी कर रहा है तो बाद में यह क्या ही नहीं करेगा? इसका खुलासा आरटीआई के तहत मिली एक जानकारी से हुआ है। ट्रेनी डॉक्टर के हौसले का अंदाजा महज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि ट्रेनिग कार्यकाल पूरा होने के बावजूद बिना पदस्थापना के सीएचसी देवसर की सील लगाकर मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किया है।

क्या है पूरा मामला

पूरा मामला पूर्व मे पीएचसी बरगवा में बंधपत्र चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदस्थ ट्रेनी डॉक्टर पुजेंद्र प्रजापति का है। जहां पदस्थापना का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बावजूद ट्रेनी डॉक्टर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई सारे मेडिकल सर्टिफिकेट शासकीय / अशासकीय कर्मचारियों को जारी किया है। जो सबके सब फर्जी साबित हो चुके है। सेवा समाप्त होने के बाद केवल और केवल पैसों की लालच में ट्रेनी डॉक्टर ने सीएचसी देवसर की शासकीय सील लगाकर मेडिकल जारी किया है। हद तो तब हो गई जब डॉक्टर पुजेंद्र प्रजापति के द्वारा जारी किए गए फर्जी मेडिकल पर बरगवा पुलिस ने आरटीआई एक्टिविस्ट आकाश तिवारी निवासी बरहवाटोला के उपर धारा 325 का मुकदमा तक दर्ज कर दिया। जिसका चालान माननीय न्यायालय में पेश हो चुका है। कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सिंगरौली से आरटीआई के तहत प्राप्त जानकारी के मुताबिक डॉक्टर पुजेंद्र प्रजापति की पदस्थापना केवल 1 वर्ष की ट्रेनिंग के लिए की गई थी। जिनका कार्यकाल बतौर ट्रेनी दिनाक 29/08/2022 से 29/08/2023 तक के लिए थी। जिसके बाद सेवा समाप्त हो चुकी थी। परंतु सेवा समाप्ति के बाद भी दिनांक 29/11/2023 को डॉक्टर पुजेंद्र प्रजापति ने फर्जी मेडिकल रिपोर्ट जारी किए है। बरगवा पुलिस ने बरहवाटोला निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट आकाश तिवारी के विरुद्ध प्रकरण क्रमांक 1021/2023 धारा 325 का अपराध दर्ज किया था। जिसमें मेडिकल रिपोर्ट डॉक्टर पूजेंद्र प्रजापति ने ही जारी किया था जबकि जारी दिनांक को उक्त डॉक्टर की पीएचसी बरगवा में थी ही नहीं। आरटीआई एक्टिविस्ट आकाश तिवारी द्वारा जब आरटीआई के तहत कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सिंगरौली से जानकारी मांगी गई तो कार्यालय से लिखित जानकारी मे यह स्पष्ट हुआ कि डॉक्टर पुजेंद्र प्रजापति की सेवा पीएचसी बरगवां से समाप्त हो चुकी थी। सेवा समाप्ति के बाद जितने मेडिकल रिपोर्ट जारी हुए है वो सब फर्जी है।

पीड़ित आरटीआई एक्टिविस्ट ने बरगवा पुलिस से लगाई गुहार
पीड़ित आरटीआई एक्टिविस्ट आकाश तिवारी ने आरटीआई की जानकारी मिलने के बाद बरगवा पुलिस को एक लिखित आवेदन देकर फर्जी मेडिकल रिपोर्ट जारी करने वाले डॉक्टर के द्वारा जारी मेडिकल रिपोर्टों की जांच कर न्यायोचित कार्यवाही की मांग की है।

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