आम जनो ने दूध के महत्व को जाना और नकली दूध का धंधा करने वालो पर प्रशासनिक कार्यवाही करने की उठाई आवाज
सिंगरौली~: हिंडालको महान के सी.एस. आर.विभाग द्वारा आयोजित की गई विश्व दुग्ध दिवस पर कार्यशाला में लोगों को दूध के महत्व को समझाया गया ,और उन्हें नकली और मिलावटी दूध की पहचान करने के लिए जांच की प्रक्रिया से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में सी.एस.आर.विभाग से बीरेंद्र पाण्डेय व हिंडालको महान के स्मेल्टर लैब के रसायन विद(कैमिस्ट) जयप्रकाश शुक्ला ने दूथ को धरती का अमृत बताते हुए उसका जीवन मे महत्त्व पर प्रकाश डाला,साथ ही नकली व मिलावती दूध के विभिन्न जांच के तरीके सिखाए। उन्होंने ग्रामीणों को दूध के महत्व पर जागरूक किया और बताया कि दूध मानव जीवन में कितना महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से नवजात शिशुओं के लिए। साथ ही दूध अनेक रोगों में पोषण प्रदान करता है और शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। नकली दूध की पहचान के लिए कुछ सरल तरीके भी बताए गए, जैसे कि आयोडीन और हल्दी परीक्षण। इसके अलावा, दूध को उबालकर, फोम बनाकर, और बर्फ के साथ परीक्षण करके भी नकली दूध की पहचान की जा सकती है। इस कार्यशाला का उद्देश्य यह है कि लोगों को शिक्षित और जागरूक बनाकर नकली दूध के ब्यापार को रोका जाए ताकि स्वास्थ्य की देखभाल की जा सके।कार्यशाला में जागरूकता कार्यक्रम के अंत मे लोगो ने नकली व मिलावटी दूध का ब्यापार करने वालो पर कड़ी कार्यवाही करने की ग्रामीणों ने अपील भी की।कार्यशाला के इस सफल संचालन में सी.एस.आर.विभाग से प्रभाकर बैश्य,संजीव बैश्य का विशेष योगदान रहा।