SINGRAULI NEWS : मोरवा थाना क्षेत्र के गोरबी चौकी अंतर्गत बीते 10 दिनों से लापता नाबालिका को अंतत: पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद ढूंढ निकाला।
नाबालिका को बिहार राज्य के पटना से दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द किया गया है। पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता गुप्ता के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा व एसडीओपी कृष्ण कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी मोरवा निरीक्षक अशोक सिंह परिहार के सतत निगरानी में गोरबी चौकी प्रभारी भिपेंद्र पाठक ने 14 वर्षीय गुम बालिका को पटना से ढूंढ कर परिजनों को सुपुर्द किया।
जानकारी अनुसार बीते माह 23 मार्च को शिमला कॉलोनी गोरबी निवासी महिला ने चौकी गोरबी में रिपोर्ट दर्ज कराई कि थी कि दिनांक 20/03 को उसकी बेटी रानी (परिवर्तित नाम) उम्र 14 वर्ष शाम 5 बजे घर से बिना किसी को कुछ बताएं कहीं चली गई थी।
उसके वापस नहीं आने पर आसपास पता तलास किया गया। पर जब लड़की का कोई पता नहीं चला तब तब परिजन पुलिस के जा पास जा पहुंचे। जहां किसी अनहोनी से आशंकित पुलिस में तत्काल मामले में अप.क्र. 273/2024 धारा 363 ताहि. अज्ञात के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई एवं घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। पुलिस अधीक्षक महोदया श्रीमती निवेदिता गुप्ता (भा.पु.से.) के द्वारा नाबालिक बच्चियों को ढूंढने का हर संभव प्रयास करने संबंधी निर्देश प्रसारित किए जाने व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मोरवा के . के. पांडे एवं थाना प्रभारी मोरवा अशोक सिंह परिहार द्वारा चौकी प्रभारी गोरबी को बालिका दस्तयाब करने के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए। जिसके परिपालन में उपनिरीक्षक भीपेंद्र पाठक एवं उनकी टीम ने गंभीरता से बालिका के पताशाजी के प्रयास किए गए जो बालिका के पटना रेलवे स्टेशन में होने बाद में रेलवे स्टेशन में पता करने पर बालिका के पटना के ही एक हॉस्टल में रुके होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल पटना के लिए टीम रवाना कर परिजनों को सूचित कर पटना के निशांत बालिका गृह हॉस्टल में जाकर आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण कर बालिका को 1 अप्रैल को दस्तयाब कर सुरक्षित ले आया गया। उक्त बालिका को आज बाल कल्याण समिति बैढ़न के समक्ष प्रस्तुत कर आवश्यक पूछताछ एवं काउंसलिंग प्रक्रिया के उपरांत परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।
बालिका के पिता का पूर्व में ही स्वर्गवास हो चुका है। बालिका की मां के द्वारा बेटी को ढूंढ निकालने पुलिस द्वारा की गई सहायता की खुले दिल से प्रशंसा की गई। उल्लेखनीय योगदान उक्त कार्यवाही में निरीक्षक अशोक सिंह परिहार, उनि भीपेन्द्र पाठक, सउनि राजकुमार त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक उमाशंकर सिंह, आरक्षक विश्वजीत यादव, ज्योति तिवारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।