सिंगरौली ~: जिला कांग्रेस कमेटी सिंगरौली ग्रामीण के महामंत्री प्रवीण सिंह चौहान ने एक पे्रस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि जब से भारतीय जनता पार्टी की नई मोहन सरकार आई है सिंगरौली जिले में ग्रहण सा लग गया है। सरकार बनते ही भाजपा नेताओं के द्वारा सुनियोजित तरीके से बैढन के एक व्यवसायी के घर में घुसकर के महिला की हत्या कर दी जाती है। बालू के खेल में बैढन कोतवाली के कोतवाल ठेकेदार के कर्मचारी अवैध व्यापार कर रहे सत्ताधारी के गुर्गे के बीच मारपीट कोतवाल साहब का चार्ट वायरल सस्पेंशन और यहां से ट्रांसफर फिर इसके बाद चितरंगी में सरेआम दौड़ाकर एसटी वर्ग के व्यक्ति को गोली मार दी जाती है जिसमें पुलिस प्रशासन पर्याप्त मात्रा में प्रकरण में लीपा पोती करने का काम करती है। इन घटनाओं के कुछ ही दिन बाद चितरंगी में एक आदिवासी फॉरेस्ट गार्ड को कुचल करके मार दिया जाता है। बालू का कारोबार इस कदर से सत्ताधारी नेताओं के बीच में फैला हुआ है कि अवैध कार्य पर रोक लगाने पर आदिवासी समाज के व्यक्ति को ट्रैक्टर से कुचल करके मार दिया जाता है जिसमें संलिप्तता भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की ही रहती है और यह नेता वहां के स्थानीय विधायक के नजदीकी माने जाते हैं। बालू का कारोबार इस कदर से प्रशासन व ठेकेदार मिलकर के कर रहे हैं कि यदि बड़े पैमाने पर इसकी जांच हुई तो एक बड़े घोटाले का खुलासा हो सकता है। ठटरा खदान पर एनजीटी ने रोक लगा दी है उसके बावजूद प्रशासन व ठेकेदार की मिली भगत से ठटरा पंचायत के छुईलहवा जो ठटरा पंचायत मे ही है एनजीटी के कानून से बचने के लिए कलेक्टर महोदय द्वारा जो प्रस्ताव ठेकेदार को ठेका देने के लिए बनाया गया उसमें ठटरा पंचायत का नाम छुपा कर बनाया गया है जबकि पूर्व की खदान से सटा हुआ आराजी नंबर एक है वहां से बालू निकासी की प्रक्रिया को अंजाम देने की कवायत प्रशासन द्वारा की जा रही है। इतना ही नहीं प्रशासन से मिलकर बालू ठेकेदार द्वारा पीपरझर व देवरा में अपने गुर्गे भेज कर भारी मात्रा में अवैैध बालू का भंडारण सोन घड़ियाल क्षेत्र पर कराया जाता है। बाद में प्रशासन उक्त भंडारण पर छापे मार कार्यवाही कर उस अवैध बालू को जप्त कर प्रशंसा पत्र प्राप्त करने के बाद फिर से नियमानुसार ठेकेदार को अवैध बालू को वैध बनाकर बेचने को दे देता है। यह खेल बड़े पैमाने में प्रशासन और ठेकेदार के बीच में चल रहा है।
श्री चौहान ने कहा है कि सबसे बड़ा चौंकाने वाला विषय और खेद का विषय यह है कि उक्त चितरंगी क्षेत्र में मध्य प्रदेश शासन की राज्य मंत्री अनवरत रूप से निवास कर रही हैं उनका गृह क्षेत्र है और वह उनका विधानसभा क्षेत्र है क्या उक्त भ्रष्टाचार से वह अवगत नहीं है यह विचारणी पहलू है। इन्हीं सब भ्रष्टाचार का परिणाम है कि सिंगरौली जिले में माफियाओं का बोलबाला है। जिस कारण से आए दिन घटना घटित हो रही है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व जिले के स्थानीय नेताओं की सक्रियता का यह परिणाम रहा है कि जनता को इस भ्रष्ट तंत्र में न्याय बड़े मुश्किल से मिल पा रहा है। चाहे वह चितरंगी की घटना हो जिसमें रात 12:00 बजे मंत्री व कलेक्टर को जाकर के 10 लाख का चेक मृतक के परिजनों को देते हैं चाहे वह कल घटित सरई की घटना हो जिसमें कांग्रेस के धरना प्रदर्शन के बाद अपराधी के ऊपर हत्या का मुकदमा लगाया गया। इन सारी बातों से यह स्पष्ट होता है कि सिंगरौली में वर्तमान समय में प्रशासनिक व्यवस्था बड़े पैमाने पर लचर चल रही है जिसमें सारा खेल सत्ताधारी नेता खेल रहे हैं।
आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल की अगुवाई में कांग्रेसी बैठे धरने पर
सिंगरौली~: सरई थाना क्षेत्र के गन्नई गांव निवासी आदिवासी किसान इंद्रपाल अगरिया की मौत के बाद ऊर्जाधानी में सियासी उबाल आ गया है। 2 दिन पूर्व बालू माफिया द्वारा गन्नई निवासी इंद्र पाल अगरिया को ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या किए जाने को लेकर पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल पीड़ित के घर पहुंचे तथा धरने पर बैठ गये। कांग्रेसियों की मांग है कि की जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक यही धरने पर बैठे रहेंगे। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल के साथ कांग्रेस ग्रामीण जिला अध्यक्ष ज्ञानेंद्र द्विवेदी, सहर अध्यक्ष अरविंद सिंह चंदेल, जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह, कांग्रेस नेता प्रवीण सिंह चौहान, अशोक सिंह पैगाम राजकुमार दीपांकर व कई कांग्रेसी नेता पीड़ित परिवार के घर के पास धरने पर मौजूद हैं।