लोकसभा चुनाव के बीच जघन्य हत्याकाण्ड में भाजपा नेता का नाम आने से पार्टी की हो रही किरकिरी
SINGRAULI NEWS : वैढ़न के जिलानी मुहल्ले में 55 वर्षीय महिला अंजू जायसवाल की निर्मम हत्या व उनकी बेटी दीक्षा पर जानलेवा हमला करने के मामले में पुलिस आरोपियों तक पहुंचने के करीब है। सूत्रों की मानें तो इस पूरे हत्याकाण्ड में सिंगरौली जिले के आरोपियों के साथ अन्य प्रदेशों के भी आरोपी शामिल बताये जाते हैं। हत्याकाण्ड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सिंगरौली पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। पुलिस की कई टीमें बनायी गयी है जो मप्र, उप्र सहित अन्य प्रदेशों में भी लगातार छापेमारी कर रही हैं।
पुलिस द्वारा इस मामले में कई लेागों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया जिसमें से कुछ को छोड़ दिया गया परन्तु तीन दिनों पहले पुलिस द्वारा भाजपा के पूर्व मण्डल वैढ़न के उपाध्यक्ष सुनील जायसवाल उर्फ बबलू को पूछताछ के लिए ले जाया गया था !
जिसमें बताया जाता है कि कई खुलासे हुये हैं। सूत्रों की मानें तो यह पूरी वारदात लूट के इरादे से अंजाम दी गयी थी। आरोपियों को अंदेशा था कि व्यापारी सुरेश जायसवाल द्वारा घर में पैसे रखे गये हैं। आरोपी लगातार व्यापारी के घर की रेकी कर रहे थे।
हत्या के दिन भी आरोपियों द्वारा ब्यापारी के घर की रेकी की गयी थी और सुनियोजित तरीके से लूट के इरादे से आरोपी व्यापारी के घर मे घुसे परन्तु जब उनके सहयोगियों ने यह सूचना दी कि सुरेश जायसवाल के पुत्र घर पहुंचने वाले हैं तो वह वहां से भागने की फिराक में हो गये और मात्र आठ मिनट के अंतराल में ही उन्होने महिला अंजू जायसवाल को मौत के घाट उतार दिया तथा बेटी दीक्षा जायसवाल को मरणासन्न कर दिया। इस दौरान उन्होने लूट को अंजाम तो नहीं दे पाये परन्तु इस घटनाक्रम में अंजू जायसवाल की मौत हो गयी जबकि दीक्षा जायसवाल गंभीर रूप से घायल हो गयी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हत्याकाण्ड में शामिल जिले के आरोपियों का इरादा था कि जिले भर में व्यापारियों के घर लूट की घटनाओं को अंजाम दिया जाय इसके लिए उन्होने उत्तर प्रदेश के कुछ अपराधियों से भी साठगांठ कर उन्हें यहां बुलाया था।
पुलिस सूत्रों की मानें तो यूपी के सुपारी किलरों का वैढ़न के तीन युवकों से संपर्क था। इन्ही तीनो युवकों ने यूपी के तीनों युवकों को वारदातों को अंजाम देने के लिए सिंगरौली बुलाया था। यूपी के अपराधी पिछले पांच महीनों के दौरान कई बार वारदात वाली जगहों की रेकी कर चुके थे। आरोपियों के निशाने पर अकेले वैढ़न के व्यापारी ही नहीं थे बल्कि मोरवा व सरई तक टारगेट तय थे।
हालांकि पुलिस अभी इस मामले में खुलकर कुछ भी नहीं बोल रही है लेकिन माना जा रहा है कि एक-दो दिन में अपराधियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस पूरे मामले का खुलासा करेगी। इस पूरे मामले को सिंगरौली एसपी निवेदिता गुप्ता ने जिस तरह से चुनौती के रुप में लिया है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि पुलिस जब पूरे आरोपियों और तथ्यों को एकत्र कर लेगी, उसके बाद कई राज खुलेंगे। वहीं आरोपियों द्वारा एमपी व यूपी में इस तरह की कितनी वारदातों को अंजाम दिया गया है यह भी सामने आएगा।
इस जघन्य हत्याकाण्ड से समूचे सिंगरौली जिले में सनाका खिंच गया था तथा चौक चौराहों पर लगातार तरह तरह की चर्चाएं हो रही थीं। मामले में भाजपा नेता का नाम आने के बाद लोकसभा चुनाव के बीच पार्टी की किरकिरी जरूर होती दिख रही है।
कुछ दिनों पहले भी अनपरा के एक हिस्ट्रीशीटर को भाजपा की सदस्यता दिलायी गयी थी जब इस मामले में किरकिरी होने लगी तब सदस्यता रद्द की गयी। उस दौरान सिंगरौली भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा बयान जारी किया गया था कि पार्टी अपराधियों को संरक्षण नहीं देती और हिस्ट्रीशीटर को सदस्यता नहीं दी गयी परन्तु अब जब भाजपा के पूर्व वैढ़न मंडल उपाध्यक्ष का नाम हाईप्रोफाईल हत्याकाण्ड में सामने आ रहा है तो भाजपा की एक बार फिर किरकिरी होने लगी है।
बताया जाता है कि पूर्व मण्डल उपाध्यक्ष के ऊपर पहले भी कई आरोप लगे थे इसके बावजूद उसे पार्टी का पदाधिकारी बनाया गया। फिलहाल सिंगरौली पुलिस अंजू हत्याकाण्ड में जिले के तथा उत्तर प्रदेश के कुछ आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल हुयी है और शेष गिरफ्तारियां हो जाने के बाद मामले का खुलासा हो जायेगा परन्तु राजनीति तथा माफिया का गठजोड़ आगे क्या गुल खिलायेगा यह तो वक्त ही बतायेगा।